रिपोर्ट- सुधीर दंडोतिया, भोपाल: MP Assembly Budget Session मध्य प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र कल से शुरू होगा। 25 मार्च तक चलने वाले सत्र में किसानों और महंगाई के मुद्दे पर हंगामे के पूरे आसार हैं। सत्र से पहले विधानसभा अध्यक्ष ने सर्वदलीय बैठक भी बुलाई जिसमें सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच सदन को सुचारू रूप से चलाने पर सहमति बनी है।
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MP Assembly Budget Session मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के हंगामेदार होने के पूरे आसार हैं। कांग्रेस जहां कर्मचारियों की पेंशन, गायों की मौत, किसानों और महंगाई के मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है। वहीं, सरकार ने भी विपक्ष के हमलों का जवाब देने के लिए कमर कस रखी है। सत्र शुरू होने से एक दिन पहले विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें सदन को सुचारू रूप से चलाने पर आम सहमति बनी है। बैठक में नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ, संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा, कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक डॉ गोविंद सिंह समेत सीनियर विधायक शामिल हुए। इस दौरान
विपक्ष ने बजट सत्र की अवधि बढ़ाए जाने की मांग की। वहीं, कांग्रेस के सरकार को घेरने की रणनीति पर बीजेपी तंज कस रही है।
मध्यप्रदेश का बजट सत्र 7 मार्च से 25 मार्च तक चलेगा, जिसमें 13 बैठकें होंगी। सत्र की शुरुआत 7 मार्च को सुबह 11 बजे राज्यपाल मंगुभाई पटेल के अभिभाषण से होगी। 8 और 10 मार्च को अभिभाषण पर चर्चा होगी। वहीं, 9 मार्च को वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा विधानसभा में साल 2022-23 का बजट पेश करेंगे। बजट सत्र के लिए विधायकों ने कुल 4518 सवाल पूछे गए हैं। इसमें से कुल 2267 सवाल ऑनलाइन लगाए गए हैं। सबसे ज्यादा 86 विधायकों ने कुल 2251 प्रश्न ऑनलाइन लगाए हैं, जो कि कुल प्रश्न का करीब 50 फीसदी है। खास बात ये कि 12 विधायक ऐसे हैं जिन्होंने अपने सभी सवाल ऑनलाइन लगाए हैं।
विधानसभा सत्र को लेकर परिसर में विधायकों और मंत्रियों के लिए गाइडलाइन भी जारी की गई है। वहीं, दर्शक दीर्घा में एक घंटे के लिए प्रवेशन की अनुमति होगी, वो भी तब जब विधायकों के सवाल पर बहस होगी। कुल मिलाकर बजट सत्र चुनावी साल में काफी अहम माना जा रहा है। विपक्ष जहां कई मुद्दों को लेकर हमले की धार तेज करने की कोशिश करेगा वहीं, सरकार भी पूरी क्षमता के साथ विपक्ष के हर हमले का जवाब देने के लिए तैयार है।
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