Uncle and brother arrested for killing a young man due to land: मुरैना। जिले के रामपुरकला थाना क्षेत्र के बेरखेड़ा गांव निवासी दिव्यांग बीरू कुशवाह की हत्या करने वाले उसके ताऊ बाबू कुशवाह तथा बड़े भाई महेश कुशवाह को रामपुर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, वहीं महेश कुशवाह की पत्नी नीलम कुशवाह अभी भी फरार चल रही है। रामपुर क्षेत्र के बेरखेड़ा गांव में मांगीलाल कुशवाह रहते हैं, उनके चार बेटे थे। दूसरे नंबर का बेटा बीरू कुशवाह दिव्यांग था, उसकी उम्र 32 वर्ष थी तथा वह दिल्ली में मेट्रो में नौकरी करता था, उसने अपनी मेहनत के रुपयों से गांव में पक्का मकान बनवाया था तथा एक बीघा खेती खरीदी थी, जिसकी हत्या कर दी गई।
बता दें कि तीसरे नंबर के बेटे महेश कुशवाह को उनके बड़े भाई बाबू कुशवाह ने गोद ले लिया था। लिहाजा वह अपनी पत्नी व बच्चों के साथ बाबू कुशवाह के घर पर उनके साथ ही रहता है। मांगीलाल कुशवाह ने बताया कि घटना वाले दिन 12 अप्रैल 2023 को वह अपनी रिश्तेदारी में फेरा करने गया हुआ था तथा उसकी पत्नी यानि मृतक की मां अपने मायके विजयपुर गई हुई थी। इसी बीच हिस्सा बांट को लेकर बीरू कुशवाह के साथ उसके छोटे बेटे महेश कुशवाह, पुत्रवधू नीलम कुशवाह व उसके बड़े भाई बाबू कुशवाह का झगड़ा हो गया।
झगड़ा इतना बढ़ गया कि उन लोगों ने बीरू कुशवाह के ऊपर लाठी-डंडे तथा पत्थरों से हमला बोल दिया, उन लोगों ने उसे इतना पीटा कि युवक की मौत हो गई। जब वह मर गया तो बाबू कुशवाह अपने कुछ साथियों के साथ आया तथा बीरू की लाश को लेकर गांव के पास में बहने वाली बांसुरी नदी के किनारे ले गए, वहां उन्होंने चुपके से उसकी लाश का अंतिम संस्कार कर दिया तथा तुरंत ही उसकी जली लाश तथा राख को बांसुरी नदी में फैंक दिया।
मांगीलाल कुशवाह ने बताया कि जब वह रिश्तेदारी से फेरा करके वापस 12 अप्रैल 2023 को रात 10 बजे लौटा तो उसके बड़े भाई जगन्नाथ की नातिन बिट्टो ने बताया कि चाचा बीरू कुशवाह का झगड़ा शाम 5 बजे बाबा बाबू कुशवाह तथा चाचा महेश कुशवाह तथा चाची नीलम कुशवाह से हो गया था,उसके बाद उन तीनों ने मिलकर लाठी-डंडों से उसे पीटना शुरु कर दिया, जब वह मर गया तो उसकी लाश को बाबू कुशवाह अपने कुछ साथियों के साथ घर से बाहर ले गए। IBC24 से सतेंद्र सिंह तोमर की रिपोर्ट