BJP leaders working to protect criminals: मुरैना। जिले में अपराधियों के हौसले बुलंद है,दिनदहाड़े पुलिस आरक्षक के अपहरण के मामले में अब जिले में राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस विधायक बैजनाथ कुशवाहा ने अपराधियों को संरक्षण देने का काम भारतीय जनता पार्टी के नेता कर रहे हैं। आरक्षक के अपहरण के बाद पुलिस ने अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर पाई है, ना ही किसी अपराधी का अभी तक मकान तोड़ा गया है। आरक्षक का अपहरण करने वाले आधा दर्जन अपराधियों पर पुलिस थानों में कई अपराध दर्ज है। सभी आरोपी कुख्यात बदमाशों की श्रेणी में आते हैं, लेकिन उनको राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है, इसलिए पुलिस भवन पर कार्रवाई करने की दम नहीं दिखा रही है।
कांग्रेसी विधायक बैजनाथ कुशवाह की माने तो आरक्षक का अपहरण होना तो आम बात है या आईपीएस जैसे अधिकारियों को कुचल कर मौत के घाट उतार दिया जाता है, तो यह कहना ठीक नहीं है कि जिले में बदमाशों के हौसले बुलंद नहीं है। आरक्षक का अपहरण करने वाले कुख्यात बदमाश भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के नजदीक हैं। इसलिए उन पर कार्रवाई नहीं हो रही है, पुलिस प्रशासन ने इससे पहले जो मकान तोड़े हैं। जिन्हें अपराधी बताया है वह सब एक आम आदमी थे और उन्होंने अपने खेतों पर मकान बना रखे थे, जिन्हें प्रशासन और पुलिस ने अवैध घोषित कर तोड़ दिए। अपराधियों को राजनेता सहित पुलिस प्रशासनिक अधिकारी संरक्षण दिए हुए हैं। मुरैना जिले में दो तरह का कानून लागू है जो गरीब आदमियों पर लागू होता है, लेकिन जो भाजपा के समर्थक हैं या उनके संरक्षण में रहती हैं उनके लिए मुरैना में स्पेशल कानून लागू किया गया है।
भाजपा के पूर्व विधायक गजराज सिंह सिकरवार की माने तो उनका कहना है कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी सुनने को तैयार नहीं होते। नाबालिक लड़कियों के साथ अपहरण कर गैंगरेप किया गया, जिसमें पुलिस ने 4 लोगों पर मामला दर्ज किया उनके मकान पुलिस ने आज तक नहीं तोड़े। हाल ही में पुलिस आरक्षक रामकुमार सिकरवार का दिनदहाड़े अपहरण हुआ न तो पुलिस ने अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी की है और ना ही उनके मकान तोड़े गए हैं, इससे जिले में अराजकता का माहौल फैला हुआ है। पुलिस का जो डर और भय वह पूरी तरह से खत्म हो गया है। पूर्व विधायक का कहना है कि पुरानी भाजपा को तो कोई पूछ नहीं रहा, लेकिन जो नई भाजपा है वह इस समय डॉन हो रही है।
पूर्व विधायक ने कहा है कि इस तरीके के माहौल को पूरी तरह जिले में पैदा कर दिया है। लूट-डकैती, हत्या, बलात्कार जैसी घटना जो हो रहे हैं, उनमें नई भाजपा जो तैयार हुई है वह सब कराने को लगे हुए हैं।उनके सामने कलेक्टर और एसपी नतमस्तक हैं। जब प्रदेश सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ही मंच से यह कह चुके हैं कि इन्हीं की बदौलत में सरकार में बैठा हूं तो वह तो गुंडागर्दी करेंगे कोई कार्रवाई नहीं हो पाएगी। गजराज सिंह ने मांग की है कि अपराधी कोई भी हो किसी भी जाति का हो उसके मकान तोड़ने चाहिए और जल्दी आरोपियों की गिरफ्तारी होनी चाहिए। आरक्षक अपहरण के मामले में पुलिस अधिकारियों की माने तो उनका वही रटा रटाया जवाब है, कि आरोपियों के खिलाफ बड़ी धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है, जल्दी उनकी गिरफ्तारी की जाएगी।
मकान तोड़ने वाले बयान पर पुलिस अधीक्षक भोले के यह कलेक्टर का विवेक है। किसका मकान तोड़ना है और किसका नहीं कलेक्टर चाहे तो मकान तोड़ वा सकते हैं। पुलिस को पावर नहीं है, मकान तोड़ने के पुलिस तो सहयोग के लिए प्रशासन के साथ खड़ा रहता है, लेकिन जिले में अब तक कितने मकान तोड़े गए हैं, उनमें पुलिस अपनी वाहवाही लुटती नजर आई है, लेकिन अब भाजपा नेताओं के संरक्षण वाले अपराधियों के मकान तोड़ने का नंबर आ रहा है तो पुलिस पीछे हट गई है। IBC24 से सतेंद्र सिंह तोमर की रिपोर्ट
IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें