मुरैना। जिले के रायडी-राधेन चम्बल घाट पर शनिवार को हुए हादसे के बाद एनडीआरएफ और गोताखोरों की टीम ने 38 घंटे की लगातार सर्चिंग के बाद 5 शव नदी से बाहर निकाल लिए है,जो शव बाहर आये है, उनमें 4 महिला तथा एक पुरुष है,रेस्क्यू टीमें लापता दो लोगों का पता लगाने के लिए नदी में सर्चिंग करने जुटी हुई है।
पुलिस के अनुसार एमपी-यूपी और राजस्थान की कुल 18 टीमें नदीं में रेस्क्यू कर रही है, चूंकि चम्बल में मगरमच्छों का कुनबा अधिक है। इसलिए दिन के उजाले में रेस्क्यू तेज होता है और अंधेरा होते ही रेस्क्यू धीमा कर दिया जाता है। रेस्क्यू टीमें घटना स्थल से 15 किलो मीटर दूर अटार घाट तक चम्बल में सर्चिंग कर रही है। जानकारी के अनुसार मुरैना जिले की सबलगढ़ तहसील के अंतर्गत आने वाले रायडी-राधेन चम्बल घाट पर शनिवार को नदी क्रॉस करते समय 17 श्रद्धालु पानी मे बह गए थे,इनमें से 10 लोग किसी तरह से पानी मे गोते खाते हुए एमपी और राजस्थान की ओर घाटों से लगकर सुरक्षित बाहर निकल आये थे, जबकि 7 लोग पानी में समा गए थे।
पुलिस और जिला प्रशाशन के अधिकारियों ने तुरंत एनडीआरएफ और गोताखोरों की टीम बुलाकर चम्बल में मिसिंग लोगों की तलाश करने उतार दी थी। एनडीआरएफ और गोताखोरों की टीम ने चंबल नदी में रेस्क्यू कर दो शव पानी से बाहर निकाल लिए थे। लापता 5 लोगों की तलाश करने आज सुबह श्योपुर, शिवपुरी, मुरैना, ग्वालियर, करौली और गाजियाबाद से आई एनडीआरएफ की टीमें 8 बोटों में सवार होकर चंबल नदी के उतर गई। इसके अलावा स्थानीय व प्रशिक्षित गोताखोरों की 10 टीमों को ट्यूब की मदद से जाल लेकर चंवल में उतारा गया है।
इस प्रकार से एनडीआरएफ और गोताखोरों सहित कुल 18 टीमें चम्बल नदी में रायडी-राधेन घाट से 15 किलो मीटर दूर अटार घाट तक सर्चिंग कर रही है, एनडीआरएफ और गोताखोरों की टीम ने रेस्क्यू कर 3 शव बाहर निकले है,हालांकि अभी 2 लोग लापता है। रेस्क्यू टीमों ने 38 घंटे की मेहनत ले बाद जो शव बाहर निकाले है, उनमें एक पुरूष तथा 4 महिलाएं है। ASP और ADM ने बताया, कि शनिवार की सुबह रायडी-राधेन चम्बल घाट पर हुए हादसे में 7 लोग लापता हुए थे। रेस्क्यू टीमों नेअभी तक 5 शव बरामद कर लिए है, हालांकि अभी दो लोग लापता है।