किल्लत में कालाबाजारी! लोडिंग वाहन से भारी मात्रा में नकली खाद जब्त, मौके का फायदा उठा रहे व्यापारी

Manure Black Marketing: किल्लत में कालाबाजारी! लोडिंग वाहन से भारी मात्रा में नकली खाद जब्त, traders taking advantage of the opportunity

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  • Publish Date - September 14, 2022 / 12:55 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:28 PM IST

मुरैना। Manure Black Marketing: चंबल अंचल की मुरैना जिले में खाद की कालाबाजारी की शिकायतें लगातार पुलिस और प्रशासन को मिल रही थी। सरकारी गोदाम में जरूरत की तुलना में सिर्फ एक तिहाई खाद उपलब्ध है। ऐसे में खाद संकट के हालात बन रहे हैं। इसका लाभ उठाकर कुछ व्यापारियों ने मिलावटी खाद का कारोबार बढ़ा दिया है। फसल को नुकसान पहुंचाने वाली खाद को दूर देहात में बेचा जा रहा है। ऐसी ही खाद से लदे एक लोडिंग वाहन को रामपुर पुलिस ने रात में पकड़ा, जिसमें 60 कट्‌टे खाद रखी हुई थी। जब्त कट्‌टों पर नर्मदा खाद लिखा हुआ है। प्रारंभिक जांच में खाद मिलावटी पाई गई है।

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Manure Black Marketing: बता दे कि इस खाद को कैलारस के न्यू गर्ग खाद भंडार से विजयपुर के मोहन खाद भंडार पर भेजा जा रहा था। मिलावटी खाद पकड़ी न जाए, इसलिए लोडिंग वाहन को कैलारस से वाया रामपुरकलां होते हुए विजयपुर ले जाया जा रहा था। हालांकि पुलिस ने इस खाद को जब्त कर लिया, लेकिन ऐसी न जाने कितनी खाद देहात में खपाई जा रही होगी जो किसानों की फसल को बर्बाद कर देगी।

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Manure Black Marketing: दरअसल, सरसों की बोवनी के लिए किसानों को उनकी जरूरत के अनुरूप डीएपी और यूरिया खाद नहीं मिल पा रही है। जिस किसान को 15 से 20 कट्‌टे खाद की जरूरत है, उसे महज 3 से 5 कट्‌टे खाद मिल पा रही है। खाद के लिए किसान रतजगा कर रात 3 बजे से टोकन लेने थाने पहुंच रहे हैं और 12 घंटे की मशक्कत के बाद 3 कट्‌टे डीएपी व 3 कट्‌टे यूरिया खाद ले पा रहे हैं। रबी सीजन में 10 अक्टूबर से 20 अक्टूबर के बीच मुरैना जिले में 1.76 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सरसों की बोवनी की जाना है। खेतों की जुताई के समय किसान को डीएपी व यूरिया खाद की जरूरत होगी जो उसे आसानी से उपलब्ध नहीं हो पा रही है। इसलिए खाद पाने के लिए किसान हर तरह की कोशिश कर रहे हैं।

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