Drugs worth rs1800 crore recovered from bhopal

Bhopal Drugs Raid Update : राजधानी में 1814 करोड़ की MD ड्रग्स बरामद.. फैक्ट्री के मालिकों पर दर्ज हुई FIR, जानें कहां से आता था कच्चा माल

कार्रवाई के दौरान टीम ने 1800 करोड़ रुपये से ज्यादा का ड्रग्स बरामद किया है!Drugs worth rs1800 crore recovered from bhopal

Edited By :   Modified Date:  October 7, 2024 / 07:00 AM IST, Published Date : October 7, 2024/6:50 am IST

भोपाल। Drugs worth rs1800 crore recovered from bhopal : राजधानी भोपाल में बागरोदा पठार इंडस्ट्रियल एरिया स्थित एक निजी फैक्ट्री में गुजरात एटीएस,दिल्ली एटीएस और दिल्ली एनसीबी की टीम ने बड़ी छापा मारा कार्रवाई को अंजाम दिया। कार्रवाई के दौरान टीम ने 1800 करोड़ रुपये से ज्यादा का ड्रग्स बरामद किया है। इतना ही नहीं 2 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है। इस पूरी कार्रवाई में राजधानी पुलिस को भी दूर रखा गया था। फैक्ट्री में छापा मारने जब अधिकारियों की टीम पहुंची। तो पता चला कि यहां मेफेड्रोन (एमडी) ड्रग्स बनाया जा रहा था।

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इसके अलावा छापेमारी के दौरान मेफेड्रोन (एमडी) बनाने में इस्तेमाल होने वाला लगभग 5000 किलोग्राम कच्चे माल और कई उपकरण भी मिले टीम को मिले हैं। मौके से ग्राइंडर, मोटर, ग्लास फ्लास्क और हीटर भी मिला है। फिलहाल, इन सभी को आगे की जांच के लिए जब्त कर लिया गया है। वहीं ATS से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी बंद फैक्ट्री में ड्रग्स बना रहे थे। गुजरात के सूरत में पकड़ाए आरोपियों से लिंक मिलने के बाद भोपाल में ये बड़ी कार्रवाई की गई है।

 

फैक्ट्री के मालिकों पर FIR दर्ज

वहीं राजधानी में हुई एमडी ड्रग्स को लेकर बड़ी कार्रवाई में मध्य प्रदेश पुलिस भी एक्शन में आ गई है। भोपाल पुलिस ने फैक्ट्री के मालिकों एस.के.सिंह और जयदीप के खिलाफ दर्ज की FIR दर्ज कर ली है। धारा 223 BNS के तहत मामला दर्ज किया है। जिस फैक्ट्री में ड्रग्स बनाई जा रही थी इस इंडस्ट्रियल प्लाट को साल 2017-18 में इद्योग विभाग ने अलाट किया था जो 2022 में बन कर तैयार हुआ।

 

यह प्लाट भोपाल के रहने वाले भेल के रिटायर्ड कर्मचारी एस.के.सिंह ने खरीदा था और 06 महीने पहले अमित चतुर्वेदी को किराये पर दिया। पुलिस ने इस मामले में भोपाल कमिश्नर के आदेश का उल्लंघन माना है,जिसके तहत नौकर, कारीगर, सहायक, निर्माण की मजदूरी मे लगे व्यक्तियों की जानकारी देना शामिल था, लेकिन मालिकों ने इस संबंध मे कोई सूचना पुलिस को नहीं दी।

 

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