भोपाल। Manjar Bhopali on Urdu Academy: विश्व स्तरीय ख्याति प्राप्त मंजर भोपाली ने सरकार के शिखर सम्मान पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इस में घपला होने का आरोप लगाया है इसकी शिकायत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर गवर्नर तक की गई है। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान आरोप भी लगाया कि मेरे पास पैसे देने का ऑफर आया था। यदि 50 हजार देता तो मुझे भी अवार्ड मिल जाता।>>*IBC24 News Channel के WHATSAPP ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां CLICK करें*<<
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Manjar Bhopali on Urdu Academy: मंजर भोपाली ने अवार्ड को लेकर सरकार पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया। काबलियत पर अवार्ड नहीं मिलता। मंजर भोपाली ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर संस्कृति विभाग के शिखर सम्मेलन वितरण में अनियमितता की जांच कराने की मांग की। उन्होंने पत्र में लिखा कि वर्तमान में संस्कृति विभाग ने शिखर सम्मान दिए जाने की घोषणा की है। इसके अंतर्गत नामों का चयन हो गया है। उन्होंने आगे लिखा कि विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि उक्त नामों के चयन में गंभीर अनियमितताएं की गई है। वास्तविक शिखर सम्मान प्राप्त करने वाले को सम्मान प्रदान ना करते हुए मात्र अपने चहेते को शिखर सम्मान के नाम पर सूची में शामिल किया गया।
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Manjar Bhopali on Urdu Academy: मंजर भोपाली ने अपने पत्र में लिखा कि जैसे कि उर्दू शिखर सम्मान–2020 जिस व्यक्ति को दिए जाने के नाम का उल्लेख किया गया है ना ही वह कवि है और ना ही वह साहित्यकार है। उन्होंने लिखा कि सूत्रों से यह भी ज्ञात हुआ है कि जूरी द्वारा उर्दू शिखर सम्मान–2020 किसी अन्य व्यक्ति को देने की अनुशंसा की गई थी, लेकिन जो इस सम्मान के पात्र हैं उसे सम्मान न देकर अन्य किसी को इस सम्मान को दिया जा रहा है। इस तरह की अनियमितताओं से मध्यप्रदेश के साहित्यकारों कलाकारों नाटक कर्मी कवियों और शायरों का मनोबल गिरेगा। उन्होंने आगे लिखा कि निवेदन है कि कृपया इस संबंध में जांच कमेटी गठित करने और पात्रधारी व्यक्ति को सम्मान प्रदान किया जाए। इस पत्र की प्रतिलिपि मंजर भोपाली ने प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, राज्यपाल को भी भेजी है।
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