Two girls married each other in Mandsaur: मंदसौर: मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले से एक अनोखा और चर्चा का विषय बन चुका मामला सामने आया है। यहां दो युवतियों ने एक-दूसरे से शादी करके साथ रहने का निर्णय लिया। दोनों ने कोर्ट में लिव-इन रिलेशनशिप का प्रमाण पत्र बनवाकर अपने रिश्ते को कानूनी मान्यता भी दिलवाई।
जानकारी के अनुसार भैसोदामंडी क्षेत्र की रहने वाली 19 वर्षीय सोनम माली और राजस्थान के भवानीमंडी की 22 वर्षीय रीना ने चार साल के प्रेम संबंध के बाद साथ रहने का फैसला किया। सोमवार को दोनों कोर्ट पहुंचीं, जहां स्टांप पेपर पर लिव-इन रिलेशनशिप का इकरारनामा तैयार किया गया। इसके बाद उन्होंने हिंदू रीति-रिवाज से विवाह की रस्में पूरी कीं। दोनों ने एक-दूसरे को माला पहनाई, सिंदूर लगाया और साथ रहने की कसमें खाईं।
Two girls married each other in Mandsaur: मीडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक़ इस अनोखे विवाह के दौरान रीना के मामा को इस बात की जानकारी मिली, जिसके बाद उन्होंने मौके पर पहुंचकर दोनों लड़कियों को डांटा और उनकी पिटाई कर दी। उन्होंने रीना को अपने साथ जबरदस्ती ले जाने की कोशिश की।
सोनम ने बताया कि वह और रीना पिछले चार साल से एक-दूसरे को जानते हैं और साथ रहना चाहते हैं। यह मामला मंदसौर जिले का पहला समलैंगिक विवाह है, जिसने समाज में समलैंगिकता और समान अधिकारों को लेकर एक नई चर्चा छेड़ दी है। यह घटना भले ही विवादों में घिरी हो, लेकिन यह LGBTQ+ समुदाय की ओर से अपने अधिकारों और स्वतंत्रता के लिए उठाए जा रहे कदमों का प्रतीक है।
नहीं, भारत में समलैंगिक विवाह को अभी तक कानूनी मान्यता नहीं मिली है, लेकिन लिव-इन रिलेशनशिप को कानूनी संरक्षण प्राप्त है।
दो वयस्क अपने सहमति से स्टांप पेपर पर एक एग्रीमेंट बनवाकर कोर्ट से लिव-इन रिलेशनशिप का प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं।
यह घटना LGBTQ+ समुदाय के अधिकारों और समाज में समानता को लेकर चर्चा का विषय बन गई है।
समलैंगिक रिश्तों को लेकर समाज और परिवार में अभी भी व्यापक स्वीकार्यता की कमी है, जिससे विरोध होना सामान्य है।
यह घटना LGBTQ+ समुदाय के अधिकारों के लिए एक प्रेरणा है और समाज में समलैंगिकता की स्वीकृति की दिशा में एक कदम है।