मंडला। मंडला से जबलपुर के बीच बनने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 30 करीब 8 साल में भी बनकर तैयार नहीं हो सका है। वर्ष 2016 में करीब 400 करोड़ रुपयों की लागत से बनने वाले मार्ग का काम अब तक पूरा नहीं किया जा सका है। करीब 65 किलोमीटर मार्ग का काम 8 साल से अधूरा है। जो मार्ग बनाया गया है वह भी गुणवत्ताहीन है जो बनते ही दम तोड़ने लगा है। इतना ही नहीं जहां मार्ग जर्जर होने से वाहन चालक वाहनों की टूट-फूट से परेशान है और आवागमन में समय भी अधिक लगता है, वहीं मार्ग पर चलने वाले वाहनों से टोल भी वसूला जाने लगा है।
ऐसा नहीं कि इन हालातों की शिकायतें न हुई हो। शिकायतों के बाद नवम्बर 22 में मण्डला आये केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने जिले वासियों से मार्ग की हालत पर खेद व्यक्त कर माफी भी मांगी थी और सड़क निर्माण कंपनी GDCL का ठेका निरस्त कर नए टेंडर जारी करने और मार्ग को शीघ्र दुरुस्त करने के निर्देश दिए थे। बावजूद हालातों में कोई सुधार नही। अब नए लगे टेंडर की तारीख भी बार-बार बढ़ाई जा रही है। केंद्रीय मंत्री के आदेश के बाद टेंडर चार बार लगे, लेकिन हर बार इनकी तारीख बढाई जा रही है। अब जबकि एक बार फिर तारीख बढ़ गई है और बारिश का सीजन आने को हे जिससे राहगीरों ओर वाहन चालकों की मुसीबतें बढ़ने वाली है।
इस भारी मुसीबत से स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते कोई वास्ता नहीं। इन्हें तो इस बात का भी इल्म नहीं की केंद्रीय परिवहन मंत्री की माफी के बाद सड़क निर्माण का क्या हुआ? लोग तो मार्ग की इस दुर्दशा का जिम्मेदार इन्ही मंत्री मिनिस्टरों को बताते है जिनकी अनदेखी से ये हालात है। अभी जहां सड़क की हालत ऐसी है कि इसमें चलना मुश्किल है, वहीं बारिश का मौसम आने को है तब और मुसीबत होगी। बता दें कि मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ को जोड़ने वाले इस मार्ग का काम 2 साल में पूरा कर लिया जाना था जो 7 से 8 साल बीत जाने के बाद भी अधूरा है। IBC24 से चंद्रेश खरे की रिपोर्ट
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