इंदौर (मप्र), 19 दिसम्बर (भाषा) मध्यप्रदेश की इंदौर पुलिस ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने ‘राष्ट्रविरोधी गतिविधियों’ में शामिल होने के संदेह में एक नाबालिग लड़के समेत तीन नौजवानों को पकड़ा है।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) अमित सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि खुफिया सूचना पर पहली नजर में ‘राष्ट्रविरोधी गतिविधियों’ में शामिल होने के संदेह में शहर के खजराना थाना क्षेत्र से तीन नौजवानों को पकड़ा गया है। उन्होंने हालांकि इन संदिग्ध गतिविधियों का स्पष्ट ब्योरा नहीं दिया।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त ने बताया कि शुरुआती सुरागों के आधार पर जांच की जा रही है कि क्या तीनों नौजवान सोशल मीडिया के जरिये आतंकी संगठनों और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के मॉड्यूल से संपर्क का प्रयास कर रहे थे?
सिंह ने बताया, ‘‘हम तीनों नौजवानों से पूछताछ कर रहे हैं। जांच और पूछताछ के बाद ही पूरी तस्वीर स्पष्ट हो सकेगी।’’
उन्होंने बताया कि तीनों लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 196 (दो समुदायों के बीच बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), धारा 197 (राष्ट्रीय एकता के लिए हानिकारक आरोप और दावे) और धारा 353 (दो समुदायों के बीच तनाव, शत्रुता या नफरत फैलाने के लिए सोशल मीडिया पर गलत जानकारी प्रसारित करना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
सिंह ने बताया कि तीनों नौजवान पढ़ाई छोड़ चुके हैं और अस्थायी तौर पर छोटे-मोटे काम करते हैं।
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) अभिनय विश्वकर्मा ने बताया कि सोशल मीडिया पर लोगों की गतिविधियों पर नजर रखने वाली अलग-अलग एजेंसियों की सूचना पर हिरासत में लिये गए तीन नौजवानों में से दो की उम्र 20 से 21 वर्ष के बीच है, जबकि एक किशोर 17 साल का है।
उन्होंने बताया, ‘‘तीनों नौजवानों के मोबाइल फोन में कट्टरपंथी विचारधारा के ऐसे वीडियो मिले, जिनसे सामाजिक सद्भाव बिगड़ सकता था।’’
विश्वकर्मा ने बताया कि ये नौजवान इंस्टाग्राम और यूट्यूब के जरिये कट्टरपंथी विचारधारा का कंटेंट देखते थे और इस तरह की सामग्री अपने इंस्टाग्राम खातों पर साझा करते थे।
डीसीपी ने इन खबरों को फिलहाल ‘‘भ्रामक’’ करार दिया कि तीनों नौजवानों का आईएसआई या पाकिस्तान की किसी अन्य एजेंसी से जुड़ाव है और वे कश्मीर जाकर आतंकी गतिविधियों में शामिल होना चाहते थे।
भाषा हर्ष सुरेश
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