मप्र : खातों में सेंध लगाकर खरीदे महंगे फोन और डिजिटल सोना, बैंक के तीन प्रबंधक समेत छह गिरफ्तार

मप्र : खातों में सेंध लगाकर खरीदे महंगे फोन और डिजिटल सोना, बैंक के तीन प्रबंधक समेत छह गिरफ्तार

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  • Publish Date - January 8, 2025 / 05:32 PM IST,
    Updated On - January 8, 2025 / 05:32 PM IST

इंदौर (मप्र), आठ जनवरी (भाषा) इंदौर में आईसीआईसीआई बैंक की एक शाखा में चालू खातों में सेंध लगाकर महंगे मोबाइल फोन एवं अन्य इलेक्ट्रोनिक उपकरण और डिजिटल सोना खरीदे जाने का खुलासा करते हुए पुलिस ने इस शाखा के तीन प्रबंधकों समेत छह लोगों को बुधवार को गिरफ्तार किया। पुलिस ने यह जानकारी दी।

पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) अभिनय विश्वकर्मा ने संवाददाताओं को बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान कमल कुमावत, अभिषेक मालवीय, स्टेनली जैकब, लवदीप सिंह, कृष्णा ठाकुर और अरूनू के रूप में हुई है।

उन्होंने बताया कि कुमावत, मालवीय और जैकब आईसीआईसीआई बैंक की इस शाखा में ‘रिलेशनशिप’ प्रबंधक के रूप में पदस्थ हैं, जबकि तीन अन्य उनके साथी हैं।

विश्वकर्मा ने बताया कि इन प्रबंधकों ने अपनी कंपनी में इस्तेमाल होने वाले एक सॉफ्टवेयर का दुरुपयोग करते हुए मध्यप्रदेश के साथ ही पंजाब, गुजरात और तेलंगाना के कम से कम 12 ग्राहकों के चालू खातों में सेंध लगाई।

डीसीपी ने बताया,‘‘आरोपियों ने इस सॉफ्टवेयर के जरिये उन चालू खातों को ढूंढा जिनमें अधिक धनराशि जमा थी। उन्होंने इन खातों के ‘यूजर आईडी’ देखकर उनके ‘पासवर्ड’ बदले और इन खातों में ‘लॉग इन’ करते हुए महंगे मोबाइल फोन, घड़ियां और अन्य इलेक्ट्रोनिक सामान खरीदे।’’

उन्होंने बताया कि आरोपियों ने इन खातों में सेंध लगाने के बाद गिफ्ट कार्ड और डिजिटल सोना भी खरीदा तथा इन्हें बेचने से मिले धन को अपने निजी खातों में भेज दिया।

‘डिजिटल सोना’’ यानी निवेश का वह आधुनिक तरीका है जिसके जरिये ग्राहक इस कीमती धातु को भौतिक तौर पर अपने पास रखे बिना इसमें निवेश कर सकते हैं।

विश्वकर्मा ने बताया कि आरोपियों पर बैंक ग्राहकों से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का संदेह है। उन्होंने बताया,‘‘धोखाधड़ी के शिकार बैंक ग्राहकों को करीब 52 लाख रुपये की राशि वापस कराई गई है। आरोपियों के बैंक खातों से लेन-देन पर रोक लगा दी गई है।’’

डीसीपी ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से करीब 20 लाख रुपये का माल बरामद किया गया है जिनमें महंगे मोबाइल फोन, घड़ियां और ‘गेमिंग प्ले स्टेशन’ शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपियों ने तेलंगाना से फर्जीवाड़े के जरिये ‘सिम कार्ड’ खरीदे और धोखाधड़ी के बाद इन ‘सिम कार्ड’ को वापस तेलंगाना भिजवाकर नष्ट कर दिया।

भाषा हर्ष

राजकुमार

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