इंदौर (मध्यप्रदेश), 30 जनवरी (भाषा) इंदौर में 28 वर्षीय फोटोग्राफर को मानसिक रूप से प्रताड़ित करके उसे आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में उसकी पत्नी और इस महिला के तीन परिजनों पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि दहेज प्रताड़ना के आरोप का सामना कर रहे इस व्यक्ति ने आत्महत्या से पहले पत्र छोड़कर कहा था कि सरकार को कानूनों में बदलाव करना चाहिए क्योंकि महिलाएं इनका दुरुपयोग कर रही हैं।
बाणगंगा थाने के प्रभारी सियाराम गुर्जर ने बताया कि नितिन पड़ियार (28) ने अपने घर में 20 जनवरी की रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। गुर्जर ने बताया कि पड़ियार पेशे से फोटोग्राफर थे।
उन्होंने बताया कि पड़ियार के सुसाइड नोट और उनके परिजनों के बयानों के आधार पर उनकी पत्नी, सास और दो सालियों पर उन्हें आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में बुधवार को प्राथमिकी दर्ज की गई।
गुर्जर ने बताया कि पड़ियार की पत्नी का मायका राजस्थान में है और उसने अपने पति के खिलाफ इस राज्य में दहेज प्रताड़ना के आरोप में मामला दर्ज करा दिया था।
थाना प्रभारी ने बताया कि यह महिला और उसके परिजन इस मामले में ‘समझौते’ के नाम पर पड़ियार से कथित तौर पर धन की मांग कर रहे थे।
आत्महत्या से पहले छोड़े गए पत्र में पड़ियार ने लिखा,‘‘मैं नितिन पड़ियार भारत सरकार से यह विनती करता हूं कि भारत का कानून बदलें क्योंकि महिलाएं इस कानून का दुरुपयोग कर रही हैं। अगर आपने यह कानून-व्यवस्था नहीं बदली, तो रोज कई लड़के और उनके परिवार उजड़ते रहेंगे।’’
पड़ियार ने इस पत्र में यह भी कहा,‘‘भारत के सभी युवाओं से मेरा निवेदन है कि शादी ना करें और अगर करते भी हैं, तो एग्रीमेंट बनवाकर शादी करें।’’
उन्होंने पत्र में कहा,‘‘अगर किसी को यह समझ आए कि मेरे साथ बुरा हुआ है, तो मेरे मरने के बाद मुझे न्याय दिलाए और अगर समझ ना आए, तो खुद की बारी का इंतजार करे।’’
भाषा हर्ष
नोमान
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