मध्यप्रदेश: आय से अधिक संपत्ति मामले में फरार करोड़पति पूर्व कांस्टेबल गिरफ्तार

मध्यप्रदेश: आय से अधिक संपत्ति मामले में फरार करोड़पति पूर्व कांस्टेबल गिरफ्तार

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  • Publish Date - January 28, 2025 / 10:34 PM IST,
    Updated On - January 28, 2025 / 10:34 PM IST

भोपाल, 28 जनवरी (भाषा) मध्यप्रदेश परिवहन विभाग के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा को लोकायुक्त पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। छापों में उसके पास करोड़ों रुपये की आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति होने का पता चला था, जिसके बाद से वह फरार था। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।

भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत दर्ज तीन आरोपियों में से शर्मा के करीबी साथी चेतन सिंह गौड़ को एक दिन पहले गिरफ्तार किया गया था, जबकि एक अन्य सहयोगी शरद जायसवाल को मंगलवार को हिरासत में लिया गया।

विशेष पुलिस प्रतिष्ठान (एसपीई) के महानिदेशक जयदीप प्रसाद ने बताया कि शर्मा और गौड़ को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश राम प्रताप मिश्रा की अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें चार फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।

शर्मा के वकील राकेश पाराशर ने रिमांड का विरोध किया और अनुरोध किया कि पूर्व कांस्टेबल की नियमित स्वास्थ्य जांच कराई जाए। शर्मा को भोपाल में गिरफ्तार किया गया।

प्रसाद ने बताया कि भ्रष्टाचार के इस मामले से जुड़े अन्य व्यक्तियों से भी पूछताछ की जाएगी और शर्मा के फरार रहने के दौरान उसके ठिकानों की जांच जारी है।

दिसंबर के मध्य में शर्मा के ठिकानों से लोकायुक्त पुलिस ने आठ करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की थी। छापेमारी के दौरान 2.87 करोड़ रुपये नकद राशि मिली थी। तब से शर्मा फरार था।

शर्मा के वकील ने दावा किया था कि पूर्व कांस्टेबल ने सोमवार को अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था।

वकील ने कहा, ‘अदालत ने सोमवार को शर्मा को मंगलवार को पेश होने का निर्देश दिया था। इस बीच, लोकायुक्त एसपीई ने उन्हें गलत तरीके से हिरासत में ले लिया।’ उन्होंने कहा कि शर्मा ने अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण के लिए आवेदन दिया था।

लोकायुक्त पुलिस के अनुसार, वर्ष 2015 में शर्मा को अनुकंपा के आधार पर परिवहन विभाग में कांस्टेबल नियुक्त किया गया था। शर्मा के पिता सरकारी डॉक्टर थे। उनकी मृत्यु के बाद बेटे को नौकरी मिली थी।

लोकायुक्त पुलिस ने पूर्व में कहा था कि शर्मा ने 2023 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी।

लोकायुक्त पुलिस ने बताया कि शर्मा पर आरोप है कि उसने भ्रष्ट तरीकों से बड़ी मात्रा में धन अर्जित किया और कई संपत्तियां खरीदीं। उसने अपनी मां, पत्नी, साली और करीबियों, गौड़ और जायसवाल के नाम पर एक स्कूल और एक होटल भी स्थापित किया।

लोकायुक्त पुलिस ने 18 और 19 दिसंबर को शर्मा के ठिकानों पर छापेमारी की, जिसके बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर विभाग ने अलग-अलग जांच शुरू की। छापों के दौरान 7.98 करोड़ रुपये की चल संपत्तियां, 2.87 करोड़ रुपये नकद और 234 किलोग्राम चांदी जब्त की गई।

भोपाल के अरेरा कॉलोनी स्थित शर्मा के आवास से लोकायुक्त पुलिस ने 1.15 करोड़ रुपये नकद (विदेशी मुद्रा सहित), 50 लाख रुपये के आभूषण और 2.21 करोड़ रुपये मूल्य की अन्य संपत्तियां बरामद कीं।

इसके अलावा, शर्मा के निजी कार्यालय पर छापेमारी में 1.72 करोड़ रुपये नकद, 234 किलोग्राम चांदी (मूल्य 2.10 करोड़ रुपये) और 3 करोड़ रुपये की अन्य संपत्तियां जब्त की गईं।

एक अन्य कार्रवाई में 19 दिसंबर को आयकर विभाग ने भोपाल के बाहरी इलाके में शर्मा के सहायक गौड़ की कार से 10 करोड़ रुपये से अधिक नकद और 50 किलोग्राम से ज्यादा सोना जब्त किया।

लोकायुक्त पुलिस ने शर्मा, उनकी पत्नी, मां और दो सहयोगियों को समन जारी कर पूछताछ के लिए पेश होने को कहा था।

भाषा आशीष दिलीप

दिलीप