भोपाल, 31 दिसंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर संविधान बदलने की साजिश रचने का लगातार आरोप लगाती आ रही कांग्रेस जनवरी से डॉ बाबासाहेब आंबेडकर की जन्मस्थली महू से मध्यप्रदेश भर में सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन शुरू करेगी।
संविधान निर्माता डॉ. आंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को इंदौर जिले के महू की सैन्य छावनी में हुआ था, जिसे अब आधिकारिक तौर पर डॉ. आंबेडकर नगर के नाम से जाना जाता है।
कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘संविधान की रक्षा के लिए, कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी अगले माह डॉ आंबेडकर की जन्मस्थली महू से भाजपा के खिलाफ मध्यप्रदेश के हर नुक्कड़ और कोने में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शनों की एक श्रृंखला शुरू करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कार्यक्रम आयोजित करने का अंतिम निर्णय अगले कुछ दिनों में लिया जाएगा। यह 25, 26 या 27 जनवरी हो सकता है। इस दौरान जय बापू, जय भीम और जय संविधान के नारे चारो ओर गूंजेंगे।’’
इस साल लोकसभा चुनावों से पहले, राहुल गांधी ने भाजपा पर तीखा हमला करते हुए दावा किया था कि अगर वह सत्ता में आई तो संविधान को खत्म कर देगी। हालांकि, भाजपा ने इस आरोप का पूरी तरह से खंडन किया था और पलटवार करते हुए कहा था कि कांग्रेस ने डॉ. आंबेडकर के जीवित रहते उनका अपमान किया।
हाल ही में, संसद में गृह मंत्री अमित शाह द्वारा डॉ. आंबेडकर पर दिए गए एक बयान के बाद वह विपक्षी दलों के निशाने पर आ गए हैं।
पटवारी के अनुसार, विरोध प्रदर्शन की शुरुआत के लिए मध्यप्रदेश को चुना गया है क्योंकि डॉ. आंबेडकर का जन्म इसी राज्य में हुआ था।
उन्होंने कहा कि दूसरी बात यह है कि दलितों और आदिवासियों पर अत्याचार के मामले में भी यह सबसे कमजोर राज्य है।
पटवारी ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों पर गौर करें तो देखा जा सकता है कि देश में दलितों और अन्य पिछड़ा वर्ग के खिलाफ अपराध के मामले में मध्यप्रदेश सबसे ऊपर है।’’
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि कांग्रेस ने दो दिन पहले देवास में पुलिस हिरासत में एक दलित व्यक्ति की मौत के बाद मध्यप्रदेश में विरोध प्रदर्शन करने का मन बना लिया है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने पुलिस हिरासत में दलित युवक की मौत की निंदा की और कहा कि वहां की सरकार के संरक्षण के बिना यह संभव नहीं था।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ‘‘शर्मनाक और बेहद निंदनीय’’ घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी। गांधी ने कहा कि पार्टी ‘‘बहुजनों’’ के अधिकारों के लिए लड़ती रहेगी और उन्हें न्याय दिलाएगी।
भाषा दिमो
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