इंदौर, 20 दिसंबर (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शुक्रवार को कांग्रेस पर संविधान निर्माता डॉ. बी.आर. आंबेडकर की विरासत की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों में हार के बाद से खिसियाई कांग्रेस सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर साजिशन झूठे इल्जाम मढ़ रही है।
उन्होंने आंबेडकर को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की हालिया टिप्पणी पर जारी विवाद की पृष्ठभूमि में यह बात कही।
यादव ने इंदौर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि कांग्रेस ने अपने शासनकाल में आंबेडकर की जन्मस्थली महू में आंबेडकर की विरासत को संजोने के लिए कुछ भी नहीं किया।
महू, इंदौर से करीब 25 किलोमीटर दूर है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा की सरकार ने आंबेडकर को सदैव सम्मान दिया और महू से लेकर नागपुर, मुंबई और ब्रिटेन तक संविधान निर्माता की विरासत से जुड़े स्थानों को तीर्थ का स्वरूप प्रदान किया।
यादव ने कहा,‘‘आंबेडकर ने समाज के गरीब, आदिवासी, वंचित और पिछड़े वर्गों को आगे लाने का काम किया और संविधान की रचना करके देश के लिए महत्वपूर्ण योगदान किया। ऐसे आंबेडकर का क्या हम अपमान कर सकते हैं?’’
उन्होंने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनावों में हार के बाद कांग्रेस, भाजपा के विरुद्ध हर रोज नये षड़यंत्र रच रही है और कभी संविधान, तो कभी आंबेडकर के नाम पर सत्तारूढ़ दल के खिलाफ झूठे आरोप मढ़े जा रहे हैं।
यादव ने कहा,‘‘जनता सब जानती है। नरेन्द्र मोदी की सरकार अंगद के पांव वाली सरकार है। यह सरकार न तो किसी के बाप से हिलने वाली है, न ही हटने वाली है।’
उन्होंने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, उनकी मां सोनिया गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाद्रा को चुनौती देते हुए कहा,‘‘ये सब एक साथ भी सामने आ जाएं, तब भी मोदी सरकार पर कोई आंच नहीं आने वाली है।’’
यादव ने कटाक्ष किया कि कांग्रेस के कर्म ऐसे नहीं हैं कि केंद्र में उसकी सरकार बने। उन्होंने कहा,‘‘(लोकसभा चुनावों में) आपकी (कांग्रेस) सरकार नहीं बनी, तो आप खिसियानी बिल्ली की तरह खंभा नोच रहे हैं। यह चलने वाला नहीं है। देश इसे बर्दाश्त नहीं करेगा।’’
उन्होंने कांग्रेस पर यह आरोप भी लगाया कि उसकी पिछली सरकारों ने नदियों के पानी के बंटवारे को लेकर राज्यों के आपसी विवादों को ‘वोट के लालच में’ हल नहीं किया और ये सरकारें इन मसलों को शीर्ष न्यायालय तक ले गईं।
यादव ने कहा,‘‘नदियों के जल के बंटवारे देश के अंदर नहीं होंगे, तो और कहां होंगे? क्या देश के राज्य मिल-जुलकर काम नहीं करेंगे? (भारत का) कोई राज्य पाकिस्तान में है क्या?’
उन्होंने मध्यप्रदेश और राजस्थान के बीच पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना को लेकर हाल ही में हुए समझौते का हवाला दिया और कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश में नदियों को जोड़ने की परियोजनाओं को रफ्तार मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान इंदौर में कुल 1,249 करोड़ रुपये की लागत वाली अलग-अलग परियोजनाओं का भूमिपूजन और लोकार्पण किया। इनमें सीवरेज उपचार संयंत्र (एसटीपी) निर्माण और सीवर लाइन बिछाने की 511.12 करोड़ रुपये की परियोजना और ‘मास्टर प्लान’ की 22 नयी सड़कों के निर्माण की 442 करोड़ रुपये की परियोजना की नींव रखा जाना शामिल है।
भाषा हर्ष जितेंद्र
जितेंद्र