मध्यप्रदेश में व्यवसायी और उनकी पत्नी ने की आत्महत्या, कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप

मध्यप्रदेश में व्यवसायी और उनकी पत्नी ने की आत्महत्या, कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप

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  • Publish Date - December 13, 2024 / 08:52 PM IST,
    Updated On - December 13, 2024 / 08:52 PM IST

भोपाल, 13 दिसंबर (भाषा) मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में शुक्रवार को एक व्यवसायी और उनकी पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, जिसके बाद विपक्षी कांग्रेस और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया।

कांग्रेस ने दावा किया कि पीड़ित मनोज परमार और उनकी पत्नी पार्टी के समर्थक थे और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनके राजनीतिक झुकाव को लेकर उन्हें परेशान किया।

कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के प्रमुख जीतू पटवारी ने कहा कि दंपति के बच्चों ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को उनकी ‘भारत जोड़ो (न्याय) यात्रा’ के दौरान अपना गुल्लक उपहार में दिया था।

भाजपा ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि वह मौत पर राजनीति कर रही है।

पुलिस ने कहा कि परमार और उनकी पत्नी ने सुबह आष्टा कस्बे में आत्महत्या कर ली।

परमार के परिवार से मिलने गए पटवारी ने मौतों को राजकीय हत्या करार दिया। उन्होंने कहा कि ईडी ने परमार पर इसलिए छापा मारा क्योंकि वह कांग्रेस समर्थक थे। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी इसी तरह के आरोप लगाए हैं।

आष्टा के पुलिस उप-विभागीय अधिकारी आकाश अमलकर्म के अनुसार पुलिस को अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि दंपति ने यह कदम क्यों उठाया।

इस बीच, ईडी के भोपाल क्षेत्रीय अधिकारी ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि एजेंसी ने पांच दिसंबर को राज्य के सीहोर और इंदौर जिलों में चार परिसरों में धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत परमार और अन्य के मामले में तलाशी अभियान चलाया।

ईडी ने कहा कि तलाशी में उन प्रमुख व्यक्तियों के आवासीय परिसर शामिल थे, जो अपराध की आय के लाभार्थी थे या जिन्होंने बैंक धोखाधड़ी में ऐसे व्यक्तियों की सक्रिय रूप से सहायता की या उन्हें बढ़ावा दिया। ईडी ने दावा किया कि उन्होंने आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए हैं।

ईडी ने कहा कि उसने छापेमारी के दौरान कुछ व्यक्तियों के बयान दर्ज किए और 3.5 लाख रुपये का बैंक राशि फ्रीज कर दिया। तलाशी के दौरान प्रमुख व्यक्तियों की चार अचल संपत्तियों का विवरण भी मिला।

बयान के अनुसार ईडी ने परमार और पीएनबी के एक वरिष्ठ शाखा प्रबंधक के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज एक प्राथमिकी के आधार पर जांच शुरू की।

ईडी ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम और मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत लगभग छह करोड़ रुपये के ऋण लिए गए थे, लेकिन धन को प्रोपराइटर कंपनियों या फर्मों में डायवर्ट कर दिया गया और बाद में संपत्तियों में निवेश के लिए नकद निकाल लिया गया। बयान में कहा गया है कि ईडी की जांच चल रही है।

भाजपा की मध्यप्रदेश इकाई के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने दंपति की आत्महत्या पर कांग्रेस के आरोपों की निंदा की।

उन्होंने एक बयान में कहा कि मौत पर राजनीति करना कांग्रेसियों का पुराना चरित्र है। किसी की भी आत्महत्या दुखद है, लेकिन कांग्रेस नेता इसका दुरुपयोग केवल अपने निजी हितों को आगे बढ़ाने के लिए करते हैं। निराधार आरोप लगाने से पहले सिंह और पटवारी और कांग्रेसियों को इस मामले की पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी कर लेनी चाहिए।

भाषा

दिमो, रवि कांत रवि कांत