भोपाल, 16 नवंबर (भाषा) मध्यप्रदेश के पन्ना बाघ अभ्यारण्य के बफर जोन के 36 गांवों में 1100 से अधिक कुत्तों को एहतियात के तौर पर ‘कैनाइन डिस्टेंपर वायरस’ (सीडीवी) का टीका लगाया जा रहा है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
सीडीवी एक अत्यधिक संक्रामक और संभावित रूप से घातक बीमारी है, जो कुत्तों के श्वसन, जठरांत्र (पाचन तंत्र के सभी अंग शामिल होते हैं) और तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करती है।
पन्ना बाघ अभ्यारण्य की क्षेत्र निदेशक अंजना सुचिता तिर्की ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “हम अभ्यारण्य के बफर जोन के 36 गांवों में लगभग 1150 कुत्तों को टीका लगा रहे हैं। यह अभियान नवंबर में शुरू किया गया और फरवरी तक जारी रहेगा। टीकाकरण एहतियाती उपाय के रूप में किया जा रहा है।”
तिर्की ने बताया, “कुत्तों के रक्त के नमूनों से पता चला था कि उनमें रेबीज और सीडीवी की बीमारी है। कुत्तों में इन बीमारियों के वायरस मौजूद थे। ये कुत्ते जंगली जानवरों के संपर्क में आ सकते हैं।”
उन्होंने बताया कि कुत्तों के काटने की घटनाएं हो सकती हैं, जिससे अन्य जानवरों को रेबीज या सीडीवी हो सकता है। पहले भी इस तरह की घटनाएं हुई हैं।
अधिकारी ने बताया कि संजय बाघ अभ्यारण्य भेजा गया बाघ पी-212 रेबीज से संक्रमित पाया गया था।
उन्होंने बताया कि छतरपुर में एक तेंदुए के साथ-साथ एक बाघ में भी सीडीवी पाया गया था।
भाषा जितेंद्र वैभव
वैभव