जबलपुरः Kinnar Mahamandaleshwar Hemangi Sakhi देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने के बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के खिलाफ सत्ताधारी दल के नेताआें से लेकर संतो तक का गुस्सा फूट पड़ा है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में जहां बीजेपी ने धरना देते हुए पैदल मार्च निकालकर विरोध जताया ,तो दूसरी ओर निजी प्रवास पर संस्कारधानी जबलपुर पहुंची पहली किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने भी कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी को आड़े हाथों लेते हुए जुबान संभालकर बोलने की नसीहत दी।
Kinnar Mahamandaleshwar Hemangi Sakhi हिमांगी सखी ने कहा है कि देश की महिला राष्ट्रपति को राष्ट्रपत्नि कहना अपमानजनक और अफसोस की बात है, क्योंकि भारत मे महिलाओं को मां का दर्जा दिया जाता है। इसलिए अधीर रंजन चौधरी को जुबान संभालकर बोलना चाहिए। किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि अधीर रंजन चौधरी के खि़लाफ़ राष्ट्रपति का अपमान करने पर कार्रवाई करनी चाहिए, क्योंकि द्रोपदी मुर्मू राष्ट्रपति के पद तक कड़े संघर्षो के बाद पहुंची है। ऐसे में उनका अपमान करना महिलाओं के प्रति अधीर रंजन चौधरी की मानसिकता को उजागर करता है। इतना ही नहीं हिमांगी सखी ने कहा कि ईडी जो सोनिया गांधी के खिलाफ कार्रवाई कर रही है, वह कांग्रेस शासन काल मे हुए भ्रष्टाचार और घोटालों की वजह से है।
वहीं दूसरी ओर अधीर रंजन चौधरी ने संसद में अपने बयान पर गलती मान ली है और कहा कि वो सपने में भी राष्ट्रपति के लिए गलत शब्दों का इस्तेमाल नहीं कर सकते। हालांकि उन्होंने कहा कि वे राष्ट्रपति से निजी तौर पर मुलाकात करके माफी मांगेंगे। भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि वो पाखंडियों से माफी नहीं मांगेंगे। उन्होंने कहा कि हिन्दी का कम ज्ञान होने के कारण उनसे ऐसी भूल हुई थी।
गौरतलब है कि गुरुवार को मॉनसून सत्र में कार्यवाही के दौरान हंगामा उस वक्त बढ़ गया जब कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए ’राष्ट्रपत्नी’ शब्द का इस्तेमाल किया। उनके बयान के बाद दोनों सदनों में हंगामा शुरू हो गया। सत्ता पक्ष के सांसदों ने अधीर रंजन से माफी मांगने की मांग की। भाजपा सांसद स्मृति ईरानी ने सोनिया गांधी का नाम घसीटा और उनसे भी माफी मांगने की मांग की। काफी हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही स्थगित भी करनी पड़ी।