खंडवा। आदिवासी ब्लॉक खालवा के कोठागांव में आदिवासी पंच की हत्या पर राजनीति करने वाले उप सरपंच सीमांत गहलोत, उसके काका राजा गहलोत, अखिल भारतीय कोरकू आदि महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीराम सुतार समेत 150 लोगों को पुलिस ने आरोपी बनाया है। इसमें 17 नामजद हैं। चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। बताया जा रहा है, कि इस पूरे घटनाक्रम को इन लोगों ने अपने राजनीतिक द्वेष को लेकर भुनाया।
समर्यन नहीं करने का लिया बदला
पंचायत चुनाव में सीमांत के समर्थन में खड़े किए गए सरपंच उम्मीदवार का यादव परिवार ने समर्थन नहीं किया था। इसी बात की टींस उसके दिल में बैठ गई। सीमांत और उसके साथियों ने साथ मिलकर तड़पते पंच फूलचंद को इलाज के लिए अस्पताल नहीं ले जाने दिया और मौत होने के बाद उसके शव को यादव के घर के आंगन में जलाया था। पुलिस के अनुसार 20 फरवरी की रात दुर्गालाल यादव, भाई रामू, प्रभुलाल, मयाराम समेत 9 लोगों ने आदिवासी पंच फूलचंद की रॉड व लकड़ियों से पीट-पीटकर हत्या की थी।
21 फरवरी को फूलचंद के परिजन व समाज के लोगों ने अखिल भारतीय कोरकू आदि महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीराम सुतार के निर्देशन में खालवा के तिराहे पर फूलचंद की अर्थी रख तीन घंटे तक चक्काजाम करवाया। उसके बाद शाम को फूलचंद के शव को श्मशान घाट न ले जाते हुए आरोपी दुर्गालाल यादव के घर के आंगन में ले गए, वहां उसकी चिता जलवाई।
घर के आंगन ने जलाई आदिवासी पंच लाश
पुलिस जांच में पता चला है, कि उपसरपंच सीमांत गहलोत, संगठन के अध्यक्ष सुतार व अन्य 150 आरोपियों ने राजनीतिक द्वेष भावना से शव को श्मशान घाट न ले जाते हुए आरोपी दुर्गालाल यादव के घर के आंगन में रखते हुए कूटनीतिक रचना रची और एक वर्ग विशेष को भड़काकर दुर्गालाल के घर में फूलचंद की चिता जलवाई। पुलिस के कार्य में दखल भी दिया। खालवा पुलिस ने तत्परता बरतते हुए कोठागांव के उपसरपंच सीमांत गहलोत, राजा गहलोत देवेंद्र उर्फ चंग्या व नरेंद्र उर्फ गोली को गिरफ्तार कर लिया। अखिल भारतीय कोरकू आदि महापंचायत का राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीराम सुतार समेत अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। वहीं पुलिस ने गांव के माहौल को देखते हुए अभी वहां पुलिसबल तैनात कर रखा है।