Jyotiraditya Scindia played Gilli Danda : अशोकनगर। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पिछले कई दिनों से ग्वालियर चंबल के दौरे पर है। इस दौरान सिंधिया न सिर्फ लोगों से मुलाकात कर रहे है बल्कि खेल आयोजनों में पहुंच कर भारत के पुराने खेलों को भी बढ़ावा दे रहे हैं। इस सिलसिले में सिंधिया आज अशोकनगर के संजय स्टेडियम पहुंच जहां उन्होंने सांसद खेल महोत्सव कार्यक्रम हिस्सा लिया।
Jyotiraditya Scindia played Gilli Danda : कार्यक्रम के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गिल्ली डंडे में भी हाथ आजमाया। इसे लेकर सिंधिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि किक्रेट बहुत खेला,आज गिल्ली डंडा खेलने में बहुत मजा आया। उन्होंने लोगों से कहा कि आप सब भी ट्राई करके बताइये, आप सबसे गिल्ली उड़ी या नहीं…सिंधिया कई दिनों से ग्वालियर-चंबल क कार्यक्रमों में शामिल हो रहे है। पत्रकारों से चर्चा के दौरान खेल प्रतियोगिता के बारे में बताया। साथ ही लोक सभा चुनावों मैं चुनाव लडने वाले सवाल को घुमाते हुए बोले को अभी मैं खेल मैदान में हूं।
क्रिकेट तो बहुत खेला, आज गिल्ली डंडा खेलने में मज़ा बहुत आया। आप सब भी ट्राई करके बताइए, आप सब से गिल्ली उड़ी या नहीं…? pic.twitter.com/fJaYUmYk18
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) February 5, 2024
गिल्ली डंडा पूरे भारत में काफी प्रसिद्ध खेल है। इसे सामान्यतः एक बेलनाकार लकड़ी से खेला जाता है जिसकी लंबाई बेसबॉल या क्रिकेट के बल्ले के बराबर होती है। इसी की तरह की छोटी बेलनाकार लकड़ी को गिल्ली कहते हैं जो किनारों से थोड़ी नुकीली या घिसी हुई होती है। यह दो प्रकार से खेला जाता है (1) गड्डा खोदकर (2)गोला(गुण्डा) बनाकर! खेल का उद्देश्य डंडे से गिल्ली को मारना है। गिल्ली को ज़मीन पर रखकर डंडे से किनारों पर मारते हैं जिससे गिल्ली हवा में उछलती है। गिल्ली को हवा में ही ज़मीन पर गिरने से पहले फिर डंडे से मारते हैं। जो खिलाड़ी सबसे ज्यादा दूर तक गिल्ली को पहुँचाता है वह विजयी होता है।