सरकारी आवास से कथित रूप से नकदी मिलने के एक दिन पहले न्यायमूर्ति वर्मा सतपुरा अभयारण्य आये थे

सरकारी आवास से कथित रूप से नकदी मिलने के एक दिन पहले न्यायमूर्ति वर्मा सतपुरा अभयारण्य आये थे

सरकारी आवास से कथित रूप से नकदी मिलने के एक दिन पहले न्यायमूर्ति वर्मा सतपुरा अभयारण्य आये थे
Modified Date: March 28, 2025 / 10:10 pm IST
Published Date: March 28, 2025 10:10 pm IST

भोपाल, 28 मार्च (भाषा) दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश यशवंत वर्मा ने राष्ट्रीय राजधानी में अपने सरकारी आवास से कथित तौर पर भारी मात्रा में नकदी मिलने से एक दिन पहले मध्यप्रदेश के सतपुड़ा बाघ अभयारण्य (एसटीआर) का दौरा किया था। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

मध्यप्रदेश वन विभाग के अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि नर्मदापुरम जिले में स्थित इस अभयारण्य में 13 मार्च को उनका भ्रमण आरक्षित किया गया था।

एक सवाल के जवाब में अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि न्यायमूर्ति वर्मा नर्मदापुरम के मधई क्षेत्र में वन विभाग के गेस्ट हाउस में नहीं ठहरे थे।

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कानून एवं न्याय मंत्रालय ने शुक्रवार को न्यायमूर्ति वर्मा का उनके मूल इलाहाबाद उच्च न्यायालय में स्थानांतरण करने की अधिसूचना जारी की।

यह आदेश ऐसे समय में आया है जब नयी दिल्ली में उनके सरकारी आवास में 14 मार्च की रात करीब 11बजकर 35मिनट आग लगने की घटना के बाद वहां से कथित तौर पर भारी मात्रा में नकदी मिलने को लेकर विवाद चल रहा है।

इस सप्ताह के प्रारंभ में उच्चतम न्यायालय कॉलेजियम ने उन्हें वापस इलाहाबाद उच्च न्यायालय में स्थानांतरित करने की सिफारिश की थी और कहा था कि यह कदम कथित नकदी की खोज पर दिए जा रहे आंतरिक जांच के आदेश से अलग है।

न्यायमूर्ति वर्मा ने कहा है कि उनके या उनके परिवार के किसी सदस्य द्वारा कभी भी उस स्थान पर कोई नकदी नहीं रखी गई।

भाषा

राजकुमार पवनेश

पवनेश


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