Reported By: Dushyant parashar
,भोपालः Jitu Patwari Press Conference मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने रविवार को एक बार फिर भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने राजधानी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए भिंड में हुई कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में बीजेपी के नेता कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर प्रशासन की मदद से दमन कर रही है। सरकार ने प्रशासन को खुली छूट दी है कि वे दमनकारी नीति के तहत कार्रवाई करें। लहार में कांग्रेस के तीन घर तोड़े गए और पूर्व नेता प्रतिपक्ष गोविंल सिंह पर दबाव बनाया जा रहा है। गुमराह करके भ्रम फैला के वोट ले लिया। जिनसे वोट लिया, उनके लिए कुछ नहीं किया जा रहा है। जमीनों का बंदरवाट किया जा रहा है। जहां भी कानून के उल्लंघन की बात आएगी तो कांग्रेस के लोग स्पाट पर पहुंचेंगे और न्यायालय भी जाएंगे। भाजपा सरकार को आगाह कर रहा हूं, अति का अंत होता है।
Jitu Patwari Press Conference बागियों पर कार्रवाई और वापसी को लेकर पटवारी ने कहा कि जिसने भी कांग्रेस को धोखा दिया, उसे पार्टी में जगह नहीं दी जाएगी। कोई भी व्यक्ति को जब कांग्रेस में लिया जाएगा, तब पार्टी में निर्णय होगा। एक कमेटी बनाई जाएगी, जिला स्तर, ब्लॉक स्तर पर इसकी मॉनिटरिंग की जाएगी। पार्टी से गए नेताओं को लेना चाहिए या नहीं, इसे लेकर कमेटी से अनुमति मिलेगी, तब ही उसे कांग्रेस में शामिल किया जाएगा।
जीतू पटवारी ने इंदौर कांग्रेस कार्यालय में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के स्वागत पर कहा कि जो हुआ संगठन में ऐसे लोगों की कोई जगह नहीं है। व्यक्तिगत रिश्ते ठीक है, लेकिन दफ्तर में नहीं। अक्षय कांति बम मामले में किस तरह लोकतंत्र की हत्या हुई, ये सबने देखा है। पर्यावरण प्रेमी बनकर कैलाश विजयवर्गीय कार्यालय पहुंचे थे। करोड़ों पेड़ भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए, इसका जवाब नहीं देते। कैलाश विजयवर्गीय के विभाग में ही करोड़ों रुपए झूठे बिल लगाकर निकालिए गए, उनका विभाग भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया और वह उसके कप्तान है।
जीतू पटवारी ने दुकानों पर नाम लिखवाने को लेकर कहा कि यह भेदभाव है। जब किसी फर्म को लाइसेंस देने का नियम है, वह बुद्धिमत्ता से बने होंगे। नफरत, भेदभाव और बांटकर वोट लेना बीजेपी की भावना है। वहीं लक्ष्मण सिंह के ट्वीट पर कहा कि पॉलिटिकल अफेयर कमेटी की मीटिंग का अधिकार AICC के पास होती है। जीतू पटवारी ने लक्ष्मण सिंह को सलाह देते हुए कहा कि उन्हें अपनी बात AICC के सामने रखनी चाहिए।