Reported By: Vijendra Pandey
,जबलपुर। Jabalpur Central Jail: जबलपुर की नेताजी सुभाषचंद्र बोस सेंट्रल जेल के भीतर कमीशन काटकर पैसे पहुंचाने का खेल चल रहा था। जिसमें सेंट्रल जेल के 2 बंदियों के बीच पैसों की लेन देन का वीडियो सामने आया है। इसमें एक बंदी 5000 देकर जेल के भीतर 4500 रुपए पहुंचा रहा है। 33 सैकैंड के इस वीडियो में एक व्यक्ति पहले कुर्सी पर बैठे बंदी को 500 के 9 नोट देता है और इसके बाद 500 का नोट अलग से दिया जाता है। नोट के साथ एक पर्ची रहती है जिसमें जेल में बंद कैदी का नाम और बैरेक नंबर लिखा होता है। ये वीडियो खुली जेल के बंदी उजियार और जेल की मुलाकात विंग में तलाशी के लिए पदस्थ बंदी नागेन्द्र के बीच हुए लेन देन का है। वीडियो वायरल होने के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया।
सजा से किया वंचित
जेल प्रशासन ने आपाधापी में दोनों बंदियों पर कार्रवाई की है। उजियार नाम के बंदी को खुली जेल से बंद जेल में कैद कर दिया गया है। वहीं कपड़ों की तलाशी के लिए तैनात बंदी नागेन्द्र को यहां से हटाकर उसे बंदियों को मिलने वाली माफी की सजा से वंचित कर दिया गया है। जेल एक्ट के मुताबिक दोनों बंदियों पर कार्रवाई तो की गई है लेकिन जेलर कह रहे हैं कि वो मोबाईल नहीं मिला है जिससे जेल परिसर के भीतर ये वीडियो बनाया गया।
Jabalpur Central Jail: बता दें कि इससे पहले भी जबलपुर सेंट्रल जेल के भीतर पैसों और मोबाईल के इस्तेमाल की ख़बरें आती रही थी, लेकिन ये पहला मौका है जब इस वीडियो के जरिए जेल में मोबाईल का इस्तेमाल और दस परसेंट कमीशन लेकर पैसे पहुंचाने का खेल भी उजागर हो गया है। जाहिर है कि ये खेल जेल प्रशासन की मिलीभगत या लापरवाही से खेला जा सकता है। इस पर कार्रवाई क्या होगी ये देखना होगा, क्योंकि जेल में पैसा और मोबाईल जेलों को अपराधियों की ऐशगाह या आपराधिक साजिश का केन्द्र बना सकता है।