This saint is alive by drinking only water for 1000+ days जबलपुर। व्रत यानि उपवास तो सब करते हैं, शायद आपने भी उपवास कभी ना कभी ज़रुर किया होगा। व्रत में कभी फलाहार लिया होगा या कभी बिना फलाहार लिए भी उपवास किया होगा, लेकिन कितने दिन…? एक दिन, दो दिन, तीन दिन, 9 दिन शायद इससे ज्यादा नहीं, लेकिन एक संत ऐसे भी हैं जो पिछले 1000 से ज्यादा दिनों से लगातार उपवास कर रहे हैं वो भी बिना फलाहार लिए। जानकर हैरानी होगी, लेकिन एक संत के महाव्रत को देखकर डॉक्टर भी हैरान हैं…. इनका नाम है दादा गुरु, समर्थ भैया जी सरकार जो संस्कारधानी जबलपुर में अपने समर्थ मिशन आश्रम में रहते हैं।
ये संत 17 अक्टूबर 2020 से ये महाव्रत कर रहे हैं और इसमें वो दिन में कई बार सिर्फ नर्मदा जल ही पीते हैं तो क्या नर्मदा जल में इतनी शक्ति है कि सिर्फ उसे ही पीकर कोई व्यक्ति इतने दिनों तक ज़िंदा रह सकता है। असल में दादा गुरु समर्थ भैया जी सरकार सिर्फ नर्मदा जल पीकर 1000 से ज्यादा दिनों से सिर्फ ज़िंदा ही नहीं हैं बल्कि शारीरिक और मानसिक रुप से सक्रिय हैं। इसी महाव्रत को करते हुए वो माँ नर्मदा की 3200 किलोमीटर की परिक्रमा भी कर चुके हैं। इतना ही नहीं वो कई बार रक्तदान तक कर चुके हैं। वो जहां जाते हैं वहां इसी तरह लोग उन्हें देखने को आतुर हो जाते हैं।
हर उपवास की तरह इस महाव्रत के पीछे भी एक संकल्प है। दादा गुरु समर्थ भैया जी सरकार माँ नर्मदा और देश की तमाम जीवनदायिनी नदियों को बचाने इस महाव्रत को कर रहे हैं। उनका मकसद सरकार के साथ साथ समाज को भी जगाना है ताकि जीवनदायिनी नदियों को अवैध खनन से मुक्त, स्वच्छ और अविरल बनाया जा सकें। दादा गुरु समर्थ भैया जी सरकार इसी मकसद से समर्थ नर्मदा मिशन भी चलाते हैं, जो नर्मदा को बचाने अदालतों में लंबी कानूनी लड़ाई भी लड़ रहा है। उनकी ही जनहित याचिका पर जबलपुर हाईकोर्ट ने नर्मदा में अवैध खनन रोकने और नदी के तीन सौ मीटर के दायरे मेंं निर्माणकार्यों पर प्रतिबंध लगाया था।
IBC24 से बातचीत में दादा गुरु समर्थ भैया जी सरकार ने कहा कि उनका ये महाव्रत तब तक जारी रहेगा जब तक उनका संकल्प पूरा नहीं हो जाता। इधर स्वामी रामदेव हों या श्री श्री रविशंकर। ये दोनों संत भी दादा गुरु समर्थ भैया जी सरकार से मिलकर आध्यात्म की शक्ति को प्रणाम कर चुके हैं। ऐसा नहीं है कि इतने लंबे उपवास के बीच दादा गुरु की सेहत कभी बिगड़ी ना हो। दो – तीन बार उन्हें सेहत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती करवाया गया, लेकिन हर बार उन्हें चमत्कारिक रुप से सेहत सुधरने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
मध्यप्रदेश और देश के कई अस्पताल और डॉक्टर्स दादा गुरु की मेडिकल जांचें कर चुके हैं और वो हर बार उनके इतने लंबे निराहार व्रत को देखकर हैरान रह जाते हैं। कई अस्पतालों और जाने माने डॉक्टर्स ने इस महाव्रत को सर्टिफाई करके भी अचरज जताया है। इधर जबलपुर के जाने माने कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर आर एस शर्मा भी दादा गुरु समर्थ भैयाजी सरकार के इस महाव्रत पर हैरानी जताते हैं और उन्हें मेडिकल साईंस के लिए बड़े अनुसंधान का विषय मानते हैं। डॉक्टर आर एस शर्मा एमपी मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति रह चुके हैं और मध्यप्रदेश के राज्यपाल के मानद चिकित्सक भी हैं। IBC24 से बातचीत में भी डॉक्टर आर एस शर्मा ने माना कि निराहार रहकर, सिर्फ नर्मदा जल पीकर भी दादा गुरु स्वस्थय हैं। उन्होने माना कि आध्यात्मिक शक्तियों के आगे मेडिकल साईंस को अभी बहुत तरक्की करने की ज़रुरत है। IBC24 से विजेन्द्र पाण्डेय की रिपोर्ट
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