विजेंद्र पांडे, जबलपुर। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को महज कुछ ही दिन रह गए हैं। प्रदेश में एक चरण में 17 नवंबर को मतदान होने हैं। वहीं, 3 दिसंबर को मतगणना होगी। चुनाव को लेकर प्रचार-प्रसार भी जोरो पर है। वहीं, कांग्रेस-बीजेपी में टिकट नहीं मिलने पर नाराज होकर दल-दबलने और निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैलसा ले रहे हैं। जबलपुर उत्तर से भी बीजेपी के कमलेश अग्रवाल ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैलसा लिया था। लेकिन, अब वे चुनाव नहीं लडे़ंगे।
जबलपुर उत्तर में भारतीय जनता पार्टी पर छाया आंतरिक संकट टल गया है। जबलपुर उत्तर सीट से प्रत्याशी चयन से नाराज़ नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल ने भाजपा से बगावत करके निर्दलीय नामांकन भर दिया था। कमलेश अग्रवाल ने प्रत्याशी चुनने के लिए पार्टी में हुए सर्वे पर सवाल उठाए थे और पार्टी के घोषित प्रत्याशी को बाहरी बताकर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर गए थे। आज जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट पहुंचे सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एयरपोर्ट पर ही कलमेश अग्रवाल से मुलाकात की और उन्हें गले लगाकर मना लिया।
सीएम ने कहा कि कमलेश के मान सम्मान को बनाए रखते हुए उन्हें भविष्य में सत्ता संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जाएगी। सीएम शिवराज ने कहा कि पार्टी एकजुटता के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी। इधर सीएम से मिली प्यार की झप्पी और आश्वासन के बाद कमलेश अग्रवाल मान गए। कमलेश ने कहा कि वो निगम के नेता प्रतिपक्ष की हैसियत से अब शहर की चारों विधानसभा सीटों पर भाजपा के घोषित प्रत्याशियों के समर्थन में काम करेंगे।