Jabalpur Land Jihad: जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में कथित तौर पर लैंड जेहाद का सनसनीखेज़ मामला सामने आया है। यहां सड़क पर फल की दुकान लगाने वाले 2 मुस्लिम युवकों ने प्रभा मुखर्जी नाम की एक महिला की 500 करोड़ रुपयों की संपत्तियां अपने नाम करवा लीं।
Jabalpur Land Jihad: अशरफ नाम के दोनों युवकों ने बंगले के सामने फल की दुकान लगाने की जगह देने के बहाने परिवार से मेलजोल बढ़ाना था। देखते ही देखते महिला के दोनों बेटों और महिला की भी मौत रहस्यमय हालातों में हो गई और दोनों मुस्लिम युवक महिला की 500 करोड़ रुपयों की संपत्तियों के वारिस बन गए। युवकों ने जब प्रभा मुखर्जी की संपत्तियां बेचनी शुरु कर दीं तो उनके एक रिश्तेदार ने जबलपुर पुलिस से शिकायत की है और लैण्ड जिहाद के लिए प्रभा मुखर्जी और उनके दोनों बेटों का कत्ल कर दिए जाने का आरोप लगाया।
Jabalpur Land Jihad: मामला इतना ही चौंकाने वाला है। जबलपुर शहर के बीचोंबीच जवाहरगंज में घमण्डी चौक पर स्थित ये प्रॉपर्टी कभी इस जगह पर 70 कमरों का आलीशान बंगला हुआ करता था। अंग्रेजी हुकुमत के समय बड़े जमींदार रहे हर्ष मुखर्जी इस बंगले के भी मालिक हुआ करते थे। हर्ष की मौत के बाद उनकी पत्नि प्रभा मुखर्जी अपने 2 बेटों जयंत और अमित के साथ यहां रहा करती थीं। चूंकी ये क्षेत्र व्यस्त व्यवसायिक इलाका है लिहाजा परिवार का पास पड़ोस से कोई मेलजोल नहीं था।
Jabalpur Land Jihad: साल 2014 में मोहम्मद अशरफ और अशरफ गुड्डू नाम के 2 युवकों ने बंगले के सामने फल का ठेला लगाने की जगह मांगते हुए प्रभा से संपर्क किया। प्रभा ने जगह दे दी तो युवकों ने फल रखने के लिए एक कमरा भी देने की मिन्नत की। 70 कमरों के बंगले की मालकिन प्रभा ने 1 कमरा फल रखने के लिए दे भी दिया। फिर दोनों युवकों ने परिवार से मेलजोल बढ़ाना शुरु कर दिया। इस बीच 2014 में एक बेटे जयंत और 2015 में दूसरे बेटे अमित की मौत रहस्यमय ढंग से किसी बीमारी से हो गई।
Jabalpur Land Jihad: 75 साल की प्रभा घर में अकेली रहती थी जिन्हें दोनों युवक एक रात देखभाल करने के नाम पर अपने घर ले आए। अशरफ नाम के दोनों युवकों ने प्रभा से उसकी पूरी जायदाद की वसीयत अपने नाम लिखवा ली। वसीयत नामा बनने के 8 महीने बाद अचानक प्रभा की मौत किसी अज्ञात स्थान पर होना बता दिया गया। ग्वारीघाट शमशान घाट के रिकॉर्ड के मुताबिक 29 अप्रैल 2015 को प्रभा का अंतिम संस्कार किया गया जिसमें सिर्फ 3 लोग मौजूद रहे। दोनों अशरफ और एक प्रॉपर्टी ब्रोकर। मृत्यु प्रमाण पत्र के मुताबिक प्रभा की मौत 29 अप्रैल को हुई लेकिन दोनों अशरफ उसका मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने का आवेदन 24 अप्रैल को ही जबलपुर नगर निगम में दे चुके थे।
Jabalpur Land Jihad: अलग अलग शहरों में प्रभा की 500 करोड़ से ज्यादा की संपत्तियों के मालिक बने दोनों अशरफ ने उसकी संपत्तियां बेचनी शुरु कर दी। इस बीच जब एक अशरफ ने होशंगाबाद स्थित 100 करोड़ की जमीन बेचने की कोशिश की तो प्रभा के भतीजे आनंद चौधरी ने आपत्ति ली। आनंद ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की और कोर्ट ने उस संपत्ति की बिक्री पर रोक लगा दी। अब आनंद ने अपने वकील के जरिए जबलपुर पुलिस से शिकायत की है। इसमें युवकों पर प्रभा सहित उसके दोनों बेटों की हत्या कर लैण्ड जिहाद करने का आरोप लगाया गया है। वहीं पुलिस मामले की जांच करने की बात कह रही है।
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