Reported By: Abhishek Sharma
, Modified Date: March 29, 2024 / 09:44 AM IST, Published Date : March 29, 2024/9:41 am ISTजबलपुर। Good Friday 2024: जबलपुर के गिरजाघरों में आज गुड फ्राइडे परम्परागत ढंग से मनाया जा रहा है। दरअसल गुड फ्राइडे को प्रार्थना, तपस्या व उपवास का दिन माना जाता है। कहा जाता है कि करीब 2,000 साल पहले आज के दिन यीशू मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था। गुड फ्राइडे के अवसर पर सभी गिरजाघरों में चोरूका पीने की परम्परा है। यह कक़डी के जूस व सिरके से बना पेय होता है। इस पेय पदार्थ का पीना उस घटना का संकेत है जब यीशू मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था। तब वहां मौजूद कुछ लोगों ने एक कप़डे को वाइन में डूबो कर इसे एक छ़डी पर लपेट कर इसे उन्हें पिलाने की कोशिश की थी।
गुड फ्राइडे का सबसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम “वे ऑफ द क्रॉस” होता है। इसके तहत यीशू मसीह की क्रूस यात्रा की तर्ज पर क्रूस की दुखमयी यात्रा निकाली गई,जो भंवरताल गार्डन से शुरू होकर रसल चौक, नोदरा ब्रिज, तीन पत्ती चौक से बस स्टैंड होती हुई, भंवरताल गार्डन स्तिथ बालक यीशु के तीर्थ स्थान कहे जाने वाले होली ट्रिनिटी चर्च में समाप्त हुई।
Good Friday 2024: यात्रा में शामिल हुए ईसाई समाज के लोग स्तुति-गान करते हुए होली ट्रिनिटी चर्च गए, जहां ईसा मसीह के साथ हुए विश्वासघास, उनकी गिरफ्तारी, मुकदमे और उन्हें सूली पर चढ़ाए जाने की कहानियां सुनाई जाती है। क्रूस यात्रा में शामिल हुए ईसाई समाज के लोगो का कहना है,कि प्रभु ईसा मसीह ने लोगों के पाप को मिटाने के लिए अपना बलिदान दिया था, इसलिए वह अपने पापों का प्राश्चित करने गुड फ्राइडे मानते है।