Municipal Corporation Scam: इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर जिले से एक फर्जी बिल का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि नगर निगम में 28 करोड़ का फर्जी बिल आया है, जिससे नगर निगम में हड़कंप मच गया है। वहीं इस मामले पर पुलिस ने पांच आरोपियों के खिलाफ 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है।
वहीं इस फर्जी बिल मामले को लेकर एफआईआर दर्ज़ होने के बाद से पांचों आरोपी फरार बताए जा रहे हैं। नगर निगम के अधिकारियों से भी पुलिस पूछताछ कर सकती है। बता दें कि निव कंट्रक्शन के मोहम्मद साजिद, ग्रीन कंस्ट्रक्शन के मोहम्मद सदीक, किंग कंट्रक्शन के मोहम्मद जाकिर, क्षितिज इंटरप्राइजेज के रेणु वडेरा, जानवी इंटरप्राइजेज के राहुल वडेरा के खिलाफ केस दर्ज हुआ है।
जानकारी के मुताबिक अब उच्च स्तरीय कमेटी वर्ष 2022 से पहले हुए कामों की जांच करेगी। वहीं इस बात की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि ऐसे ही फर्जीवाड़े निगम में लंबे समय से चल रहे हों और करोड़ों रुपए के भुगतान हो भी चुके हों। जो बिल लेखा शाखा पहुंचे थे, उन पर अपर आयुक्त और कार्यपालन यंत्री के फर्जी हस्ताक्षर होने की बात सामने आ रही है। जिन अधिकारियों के पास उस समय संबंधित जिम्मेदारी नहीं थी, उनके भी हस्ताक्षर किए गए।
Municipal Corporation Scam: ऐसे में सवाल उठ रहा है कि ड्रेनेज विभाग ने फर्जी हस्ताक्षरों वाले दस्तावेज और बिल लेखा शाखा भेज कैसे दिए? संलिप्तता के बगैर यह संभव ही नहीं है। खास बात यह भी है कि ये बिल आडिट में भी पकड़ में नहीं आए। ऐसे में आडिट विभाग की भूमिका पर भी संदेह उठ रहा है।