इंदौर। Ram Mandir: बरसो से राम मंदिर के निर्माण का इंतजार कर रहे लोगों अब इंतजार हुआ खत्म। आने वाले साल में 22 जनवरी को अयोध्या के राममंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। जिसे लेकर जोरो से काम किया जा रहा है। इसके लिए पूरे देश भर में तैयारी जोर-शोर से चल रही है। अयोध्या में जनवरी में श्री राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को लेकर इंदौर शहर में भी तैयारियां जोर-शोर से चल रही है। अयोध्या के राम मंदिर के तर्ज पर मध्यप्रदेश में भी राम मंदिर बनाया जा रहा है।
दरअसल, मध्यप्रदेश की अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनकर तैयार हो रहा है। इसके साथ ही इंदौर में भी अयोध्या में बन रहे भव्य श्री राम मंदिर की प्रतिकृति तैयार हो रही है। साथ ही इंदौर की विधानसभा 4 को बीजेपी की अयोध्या कहा जाता है। इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इस मंदिर का पहला टीजर लॉन्च किया है। इसके साथ ही जानकारी देते हुए बताया कि इस मंंदिर का निर्माण 21 टन वेस्ट आयरन से किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर वेस्ट टू आर्ट नवाचार में इंदौर एक कदम और आगे बढ़ गया है।
बता दें कि इंदौर के विश्राम बाग़ में तीन मंजिला भगवान श्री राम का मंदिर इंदौर के लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। भारत की भावना और भव्यता का प्रतीक करोड़ो हिंदुओं के साहस, संकल्प, संघर्ष और धैर्य का प्रमाण भगवान श्री राम का मंदिर मध्य प्रदेश की अयोध्या कहे जाने वाले इलाके में बनकर तैयार हो चुका है सिर्फ फिनिशिंग का काम बाकी है। पुष्यमित्र भार्गव इंदौर के महापौर है महापौर ने अयोध्या में बनकर तैयार हो रहे श्री भव्य राम दरबार की प्रति छाया का संकल्प लिया था और हूबहू वैसे ही प्रतिलिपि इंदौर में उनके निर्देश बनकर तैयार हुई है। देश का सबसे स्वच्छ शहर स्वच्छता के बाद अब सनातन का संदेश दे रहा है।
Ram Mandir: मंदिर निर्माण में ख़ास बात यह है यह मंदिर शहर के अलग स्थानों से निकले वेस्ट मटेरियल से बनाया गया है। वेस्ट टू आर्ट का इससे बेहतर उदाहरण कुछ और नहीं हो सकता, मंदिर का निर्माण 21 टन लोहे के स्क्रैप से तैयार किया गया है। 21 फीट ऊंचा यह मंदिर है और लगभग 27 बाय 40 फीट में मंदिर का निर्माण किया गया है। इस मंदिर के निर्माण में 15 मुस्लिम कलाकारों ने भी भाग लिया है और अपनी सहभागिता निभाई है। इसके निर्माण में टूटे हुए बिजली के खंबे,टूटे हुए झूले, गाड़ियों के पार्ट्स, नट बोल्ट, चद्दर, एंगल, पुराने वाहनों के चेचिस सहित छोटे-मोटे लोहे के पार्ट्स से खूबसूरत भव्य मंदिर का निर्माण किया गया है।