Indore garbage free: इंदौर के इस सेंटर से नहीं निकालता है कचरा, 5 हजार परिवारों के लिए आ रहा है काम

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  • Publish Date - January 22, 2025 / 11:17 AM IST,
    Updated On - January 22, 2025 / 11:22 AM IST

इंदौर: Indore garbage free देश में रिसर्च के लिए पहचान बनाने वाले आरआर कैट ने स्वच्छता में भी अपनी पहचान बना ली है। कैट परिसर में कचरे से ही बायोगैस बनाई जा रही है। जिससे की परिसर में रह रहे परिवारो का खाना बन रहा है। कैट परिसर में 5 हज़ार से अधिक परिवार रहते है। लेकिन कैट परिसर का कचरा बाहर न आते हुए 100 प्रतिशत प्रोसेस किया जा रहा है। कचरे से किचन का यह प्रयोग करने से आरआर कैट खुद के कचरे का निपटान खुद ही कर रहा है।

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Indore garbage free राजा रमन्ना प्रगत प्रौद्योगिकी केंद्र पुरे देश में अपनी रिसर्च के लिए जाना जाता है। लेकिन अब देश के सबसे स्वच्छ शहर में मौजूद इस सेंटर ने स्वच्छता में खुद को आत्मनिर्भर बना लिया है। आरआर कैट का यह परिसर 1780 एकड़ में फैला हुआ है। इस परिसर में लगभग 5 हजार परिवार रहते है, लेकिन इसके बावजूद इस परिसर से कचरा नहीं निकलता। इसके पीछे कारण यह है की आरआर कैट का कचरा परिसर में ही प्रोसेस किया जा रहा है। इसी कचरे से परिसर में ही बायोगैस भी बनाई जा रही है। जिसका उपयोग परिसर में रहने वाले परिवार कर रहे है। वही सूखे कचरे को रिसाइकिल कर उपयोग में लाया जा रहा है। कैट के इस प्रयोग के से कचरे की सबसे बड़ी समस्या ख़त्म हो रही है। देश के कई शहर कचरे के पहाड़ से परेशान है। वही इंदौर में कैट ऐसा परिसर बना है जहा से कचरे का पूरा उपयोग किया जा रहा है। यह सेंटर भारत सरकार के परमाणु उर्जा विभाग के अन्तरगत स्थापित एक अनुसंधान एवं विकास केन्द्र है।

आरआर कैट में कचरे का निपटान कैसे किया जा रहा है?

आरआर कैट परिसर में कचरे को 100 प्रतिशत प्रोसेस किया जा रहा है और इस कचरे से बायोगैस बनाई जा रही है, जिसका उपयोग परिसर में रहने वाले परिवारों के खाने के लिए किया जा रहा है।

आरआर कैट परिसर में कितने परिवार रहते हैं?

आरआर कैट परिसर में लगभग 5 हजार परिवार रहते हैं, जो इस स्वच्छता प्रबंधन का लाभ उठा रहे हैं।

आरआर कैट का कचरा प्रोसेस करने का तरीका क्या है?

आरआर कैट परिसर में कचरे को प्रोसेस कर बायोगैस बनाई जाती है और सूखे कचरे को रिसायकल कर उपयोग में लाया जाता है, जिससे परिसर में कचरे की समस्या का समाधान किया जा रहा है।

आरआर कैट किस विभाग के तहत स्थापित है?

आरआर कैट भारत सरकार के परमाणु उर्जा विभाग के अंतर्गत स्थापित एक अनुसंधान एवं विकास केन्द्र है।

इंदौर में कचरे से बायोगैस बनाने का क्या फायदा है?

इंदौर में कचरे से बायोगैस बनाने से कचरे की समस्या का समाधान हो रहा है और इसके साथ ही स्वच्छता को भी बढ़ावा मिल रहा है, जिससे यह शहर स्वच्छता में अपनी पहचान बना रहा है।