Reported By: Niharika sharma
,Winter Health Tips: इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर में मौसम बदलने से वातावरण में रात को ठंडक और दिन में गर्माहट बढ़ी है। शहर के तापमान में दिन में बढोतरी तो रात को गिरावट आई है। इसी के चलते शहर में मौसमी बीमारियों के मरीज तेजी से बढ़ रहे। महाराजा यशवंतराव अस्पताल के साथ ही चाचा नेहरू अस्पताल और पीसी सेठी अस्पताल की ओपीडी में एक ही दिन में 1500 से ज्यादा मरीज पहुंचे। इनमें 500 से ज्यादा मरीज़ मौसमी बीमारियों के दर्ज किये जा रहे हैं। वहीं अन्य सरकारी और निजी अस्पतालों में भी ज्यादातर मरीज मौसमी बीमारियों के पहुंच रहे हैं। सर्दी-खांसी, बुखार के मरीजों में एक जैसे लक्षण दिखाई दे रहे।
इंदौर में बदलते मौसम के चलते अब मौसमी बीमारियों के मरीजों में भी इजाफा होने लगा है। हर दिन बड़ी संख्या में मरीज़ ओपीडी पहुंच रहे हैं। ऐसे में एमवाय हॉस्पिटल, पीसी सेठी हॉस्पिटल सहित अन्य अस्पतालों में डॉक्टरों को सबसे ज्यादा मौसमी बीमारियों के मरीज मिल रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है बुखार, सर्दी-खांसी कई दिनों तक ठीक नहीं हो रही। ऐसे मौसम में बच्चे-बुजुर्गों को सतर्कता रखना चाहिए। खासकर वे मरीज जो पहले से किसी बीमारी से ग्रसित हैं उन्हें उनके स्वास्थ्य का ख्याल रखना चाहिए।
मामले में सीएमएचओ भूरेसिंह सेतिया का कहना है कि, सबसे ज्यादा सर्दी-खांसी, बुखार के मरीज अस्पताल पहुंच रहे। अभी तक डेंगू के मरीज भी आ रहे हैं, लेकिन अच्छी बात यह है कि सभी का इलाज घर पर ही किया जा रहा है। बुजुर्गों में दमे की तकलीफ भी इस मौसम में बढ़ जाती है। इन्फ्लुएंजा पोस्ट वायरल टिस्यू सिंड्रोम की वजह से कई लोगों में सर्दी-खांसी लगातार बनी रहती है। सांस नली में सूजन से कई को राहत नहीं मिल पाती। ऐसे में ज्यादा जरूरी है कि तीन दिन से ज्यादा सर्दी-खांसी या बुखार होने पर तुरंत नजदीकी डॉक्टर को दिखाएं। इसी के साथ चिकिनगुन्या के मरीज़ भी बड़ी संख्या में मिल रहे हैं जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी करते हुए दो दिन से ज़्यादा बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने के निर्देश दिए हैं।
दिन और रात के तापमान में अंतर को देखते हुए गर्म कपड़े पहनें।
पौष्टिक आहार लें, जिसमें विटामिन C से भरपूर फल शामिल हों।
साफ और गर्म पानी का सेवन करें।
Winter Health Tips के अनुसार सर्दी-खांसी से बचने के लिए क्या करें?
अदरक और तुलसी वाली चाय पिएं।
गुनगुने पानी से गरारे करें।
दिन में धूप सेंकें और ठंडी हवा से बचें।
मौसमी बीमारियों के लक्षण कब गंभीर माने जाते हैं?
अगर सर्दी-खांसी, बुखार, या सांस लेने में दिक्कत तीन दिनों से ज्यादा बनी रहती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
उन्हें ठंडी हवा से बचाएं और गर्म कपड़े पहनाएं।
उनकी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए घर का ताजा और पौष्टिक खाना दें।
समय पर वैक्सीनेशन करवाएं।
क्या रात में ठंडक और दिन में गर्माहट के कारण बीमारियां बढ़ रही हैं?
हां, तापमान में अचानक बदलाव से शरीर को एडजस्ट करने में दिक्कत होती है, जिससे सर्दी-खांसी और बुखार जैसी बीमारियां बढ़ रही हैं।