Campaign is being run to catch warrants and listed miscreants : इंदौर। मध्यप्रदेश के जिले इंदौर की पुलिस विधानसभा चुनाव से पहले एक्शन मोड पर नजर आई। पूरे शहर में गुंडों को पकड़ने का अभियान चलाया जा रहा है। रात 12 बजे कंट्रोल रूम में कमिश्नर ने थाने को बल ब्रीफ किया। मेयर ने कमिश्रर को बढ़ते अपराध के लिए पत्र लिखा था। वारंटियों और लिस्टेड बदमाशों को पकड़ने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। DGP की फटकार के बाद इंदौर पुलिस एक्शन में आई।
वहीं बढ़ते अपराधों पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने मैदान संभाला। पुलिस द्वारा रात्रि में चलाई जाएगी कॉम्बिंग गश्त। पुलिस कंट्रोल रूम पर शहर के 36 थाना प्रभारी ACP 12 ADD DCP- 4 DCP- 4 पुलिस कर्मियों 1000 का फोर्स मौजूद। पलासिया कंट्रोल रूम में पुलिस कमिश्नर ब्रीफिंग के बाद फोर्स को किया गया रवाना।
बता दें कि आइटी कंपनियों के मुफीद कास्मोपोलिट माहौल तैयार करने के लिए प्रदेश सरकार ने इंदौर में नाइट कल्चर को हरी झंडी दी थी। रातभर बाजार खुले रखने के शासन के निर्णय पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने सवाल उठा दिए हैं। बढ़ती आपराधिक घटनाओं के लिए उन्होंने नाइट कल्चर को जिम्मेदार ठहराया है। महापौर ने कलेक्टर और पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर कहा है कि नाइट कल्चर सांस्कृतिक शहर इंदौर की प्रतिष्ठा धूमिल कर रहा है।
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Campaign is being run to catch warrants and listed miscreants : इंदौर में कारोबार को गति देने के लिए रात्रिकालीन बाजार खोलने का निर्णय लिया गया था। इसी के साथ पुलिस कमिश्नर प्रणाली भी इंदौर में लागू की गई। हालांकि, इसके बाद से शहर में लगातार बढ़ते अपराध भी लोगों को बेचैन कर रहे हैं। शहर से उठ रही इसी तरह की आवाज में महापौर ने सुर मिला दिए हैं। सत्ताधारी दल से ही जुड़े महापौर का नाइट कल्चर का विरोध करने से राजनीतिक भी गरमाने के आसार है।