इंदौर। Swine Flu Se Maut : इंदौर में डेंगू के बाद स्वाइन फ्लू खतरा बढ़ गया है। स्वाइन फ्लू से इंदौर में पहली मौत हुई है। देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के एक सीनियर प्रोफेसर की शनिवार शाम निजी अस्पताल में माैत हाे गई। वे स्वाइन से फ्लू से पीड़ित थे। कुछ दिन पहले ही यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल कांफ्रेंस हुई थी। उसी के बाद प्रोफेसर की तबीयत बिगड़ी थी।
स्वाइन इन्फ्लूएंजा (स्वाइन फ्लू) सूअरों की श्वसन संबंधी बीमारी है जो टाइप ए इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होती है जो सूअरों में नियमित रूप से फैलती है। लोगों को आमतौर पर स्वाइन फ्लू नहीं होता है, लेकिन मनुष्यों में संक्रमण हो सकता है और होता भी है। स्वाइन फ्लू वायरस के एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलने की सूचना मिली है, लेकिन अतीत में, यह संक्रमण सीमित था और तीन लोगों से अधिक नहीं था।
जब लोग स्वाइन फ्लू के वायरस से संक्रमित होते हैं, तो उनके लक्षण आमतौर पर मौसमी इन्फ्लूएंजा के लोगों के समान ही होते हैं। इसमें बुखार, थकान, और भूख की कमी, खांसी और गले में खराश शामिल हैं। कुछ लोगों को उल्टी और दस्त भी हो सकती है। इन्फ्लूएंजा ए (H1N1) से संक्रमित कुछ लोगों को गंभीर रोग हुई और मर गए। बहरहाल, कई मामलों में इन्फ्लूएंजा ए (H1N1) के लक्षण हल्के रहे हैं और अधिकाँश लोग पूरी तरह ठीक भी हुए हैं।