Shri Krishna’s in-laws: उज्जैन। उज्जैन की शिप्रा नदी के किनारे स्थित भगवान श्री कृष्ण के ससुराल मित्रविंदा धाम आश्राम में आज विशेष रूप से जन्माष्टमी महोत्सव मनाया जा रहा है। धर्म नगरी उज्जैन भगवान श्री कृष्ण की शिक्षा स्थली के नाम से तो जानी जाती है। लेकिन यहां श्री कृष्ण का एक और नाता है। दरअसल भगवान श्री कृष्ण का विवाह उज्जैन की रानी मित्रविंदा से हुआ था। इसलिए उज्जैन भगवान का ससुराल भी है। श्रीमदभागवत पुराण और विष्णु पुराण में वर्णित कथा के अनुसार मित्रविंदा राजा जयसेन की पुत्री थी। भगवान श्री कृष्ण ने मित्रविंदा से विवाह किया था।
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Shri Krishna’s in-laws: उज्जैन के भेरवगढ़ रोड पर शिप्रा नदी के किनारे मित्रविन्दा का मंदिर है। मंदिर के पुजारी गिरीश शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया की यहां जन्माष्टमी पर्व पर भव्य आयोजन जाता है। इस साल भी जन्माष्टमी पर्व पर यहां मंदिर में भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। मंदिर को आकर्षक ढंग से सजाया गया है।
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Shri Krishna’s in-laws: मंदिर के पुजारी गिरीश शर्मा ने यह भी बताया है कि शास्त्रों में यह उल्लेख है कि उज्जैन के राजा के जयसेन की पुत्री मित्रविंदा के स्वयंवर में भगवान कृष्ण स्वयं आए थे जिन्हें राजकुमारी मित्रविंदा ने वरमाला पहनाकर अपना वर्मा ना था इसलिए उज्जैन भगवान कृष्ण ससुराल भी है, शास्त्रों के अनुसार भगवान कृष्ण की 8 पटरानीया हैं जिनमें से मित्रविंदा का स्थान पांचवा है।