Reported By: Dushyant parashar
, Modified Date: August 10, 2024 / 05:18 PM IST, Published Date : August 10, 2024/4:35 pm ISTCongress PC Sharma on Bangladesh violence : भोपाल। भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में लगातार हो रही मंदिरों में तोड़फोड़ और हिंदूओं पर अत्याचार के मामलों पर एमपी में सियासत गरमा गई है। एमपी के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने बीजेपी और सरकार पर जमकर निशाना साधा है। पीसी शर्मा ने कहा कि इस तरह की स्थिति तब भी बनी थी, जब वो पाकिस्तान में था। लेकिन, इंदिरा गांधी ने स्टेप लेकर दो टुकड़े किए।
Congress PC Sharma on Bangladesh violence : वहां के लोगों को स्वीकार किया, हिंदू हो चाहे मुस्लिम। ये अगर हिंदुस्तान में होता, तो अब किसी के मकान तोड़ देते। अरे सेना भेजो और उनके मकान तोड़ो, जो वहां हिंदुओं और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार कर रहे है। इतनी बाते की जा रही हैं हिंदुओं के साथ ये हो रहा, वो हो रहा। ये कर क्या रहे हैं, ये किससे से डर रहे हैं। अमेरिका जैसे इंटरफेयर करना चाहिए, बांग्लादेश में सेना भेज देना चाहिए। वहां के लोगों को प्रोटेक्ट करें, इसमें अल्पसंख्यक सभी समुदाय हैं। ये सरकार मूक दर्शक बनी हुई है।
RSS और बीजेपी के नेता लंबी लंबी बातें करते हैं हिन्दू राष्ट्र बनाने की। जब अखंड भारत बनाना चाहते हो, तो बांग्लादेश भी तो उसी का हिस्सा है। तो वहां जो अत्याचार हो रहा है, उसको रोकिए। पीसी शर्मा के बयान पर बीजेपी के प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल ने पलटवार किया है। उनका कहना है कि जिस कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं ने बांग्लादेश के हालातों पर एक पोस्ट तक नहीं की है। और ये ऐसी बातें कर रहे हैं। अगर मांग करानी है तो अपने नेता राहुल गांधी से संसद में मांग करानी चाहिए। कुछ नहीं है, बयानबाजी करना इनका शगल बना गया है।
नोबेल शांति पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश की नई अंतरिम सरकार के लिए पद की शपथ ले चुके हैं और उनका हालिया बयान भारत के लिए चेतावनी भरा है। एक न्यूज चैनल को दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि अगर बांग्लादेश में अस्थिरता आई तो म्यांमार के साथ-साथ भारत का उत्तर-पूर्व और पश्चिम बंगाल राज्य भी प्रभावित होगा।
यह जानी हुई बात है कि 84 साल के मोहम्मद यूनुस शेख हसीना के कटु आलोचक हैं। शेख हसीना पिछले दिनों ही बांग्लादेश के हालातों के मद्देनजर भारत आ गई थीं। बीएसएफ बांग्लादेश में हिंसा की शुरुआत और हसीना सरकार के पतन के बाद से ही हाई अलर्ट पर है।