भोपाल: Change Sex on Wifes Demand राजधानी भोपाल में हैरान कर देने वाला मामला आया है। ये कहानी एक दंपती की है। दोनों में कॉलेज टाइम में प्यार हुआ, फिर भागकर शादी कर ली। दोनों दिल्ली में अच्छी जॉब करने लगे, जिंदगी खुशहाल गुजर रही थी। लेकिन इसी बीच दोनों की जिंदगी में ट्विस्ट आ गया। एक दिन पत्नी ने मजाक में पति से जेंडर बदलवाने की बात कही। इस पर पति भी तैयार हो गया। पत्नी उसे अपने कपड़े पहनाकर लड़की की तरह तैयार कर मार्केट ले जाने लगी।
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Change Sex for Fulfill Wifes Demand एक साल तक चले ट्रीटमेंट के बाद जब पति पूरी तरह लड़की बन गया, तो यही बदलाव दोनों में अनबन की वजह बन गया। बात तलाक तक आ गई है। पति के जेंडर चेंज कराने को आधार बनाकर अब पत्नी तलाक मांग रही है। पति से कहती है तुम मुझे बच्चा और दांपत्य सुख नहीं दे सकते होए मेरे किसी काम के नहीं हो।
दरअसल, भोपाल की काउंसलर सरिता राजानी 8 महीने से इस दंपती की काउंसिलिंग कर रही हैं। युवक के माता-पिता ने उनसे संपर्क किया और बेटे के परिवार को टूटने से बचाने के लिए कहा। काउंसलर सरिता की मानें तो मजाक में उठाए गए एक कदम की वजह से दो परिवारों की जिंदगी बर्बाद होने की कगार पर है। बिना किसी हॉर्माेनल लक्षण के जेंडर चेंज करा लेना। एक खुशहाल परिवार को जीवनभर का दर्द दे गया। अब समझाने पर भी पत्नी मानने को तैयार नहीं है और न ही वो पति के साथ रहना चाहती है, जबकि पति उसके साथ रहना चाहता है।
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जेंडर बदलने की प्रोसेस एक साल तक चलती रही। ट्रीटमेंट शुरू होने के दौरान पति की उम्र 25 साल के आसपास रही होगी और पत्नी की 23-24 के बीच। शुरुआती प्रोसेस में डॉक्टर की तरफ से कुछ महीने हॉर्माेनल चेंजेज से जुड़ी दवाइयां खाने को दी गईं। कुछ महीने थैरेपी चली और आखिर में सर्जरी की प्रोसेस की गई। हॉर्माेनल दवाइयां खाने के बाद पति के शरीर में बदलाव महसूस होने लगे। पति-पत्नी जेंडर चेंज की प्रोसेस को एन्जॉय करने लगे। पत्नी पति को अपने कपड़े पहनाने लगी और खुद उसे महिलाओं की तरह तैयार करने लगी। वह उसे अपने साथ मार्केट ले जाती और दूसरे को कहती कि मेरी दोस्त है। कोई पहचान ही नहीं पाता कि वह युवक है।
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शुरुआत में दोनों इसे लेकर खुश भी थे। लेकिन इन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि ये क्या कर दिया है या आगे इसका अंजाम क्या होगा। काउंसलर सरिता राजानी की मानें तो केंद्र सरकार को सरोगेसी की तरह इसे लेकर भी कानून बनाना चाहिए कि कोई भी डॉक्टर के पास जाकर बिना किसी काउंसिलिंग या अपने करीबी या माता-पिता को बताए बिना यह सर्जरी न करा पाए। डॉक्टर भी अपनी कमाई के कारण बिना किसी समझाइश या काउंसिलिंग कराए ऐसा करने से बचें। नहीं तो आने वाले समय में यह बड़ी समस्या बन जाएगी और कई परिवारों को इसका दर्द झेलना होगा।
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