भोपाल। यूं तो PM मोदी रीवा में चंद घंटे के दौरे पर आए लेकिन उनके जाने के बाद MP की सियासत अब तक गर्म है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आरोप लगाया कि शिवराज जी जनता आप को पहले से ही झूठ की मशीन कहती है, लेकिन अब तो आपने प्रधानमंत्री को भी अपने झूठ में शामिल कर लिया है। उन्होंने कहा कि किसानों की आय दोगनी नहीं हुई है, किसानों की हाय दोगनी हुई है और किसानों की हाय लेकर कोई सत्ता में नहीं बना रह सकता, इसलिए जनता अब आपको बाय कहने वाली है। कमलनाथ के इस बयान पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कमलनाथ बेचारे किसान की बात क्या जाने… खेती से उनका वास्ता क्या है?
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ये आरोप-प्रत्यारोप तो अपनी जगह है लेकिन ये सवाल तो जायज है कि क्या किसानों की आमदनी वाकई दोगुनी हुई है, CM शिवराज के इस दावे का आधार क्या है, क्या PM के सामने गलत तथ्य रखे गए?
मध्यप्रदेश में किसानों के नाम पर एक बार फिर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने है। रीवा में PM मोदी की मौजूदगी में CM शिवराज सिंह चौहान ने दावा किया कि किसानों की आमदनी दोगुनी से ज्यादा हो चुकी है। CM के इस दावे को PM मोदी भी समर्थन करते दिखे।
PM मोदी और CM शिवराज के इस दावे पर PCC चीफ कमलनाथ ने कड़ी आपत्ति जाहिर की है। उन्होंने बेहद तल्ख लहजे में कहा कि आय की जगह किसानों की हाय दोगुनी हो गई है.. इसलिए जनता BJP को सत्ता से बाय कहने वाली है। कमलनाथ के इस बयान के फौरन बाद CM शिवराज ने भी उसी अंदाज में जवाब दिया कि जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी।
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ये बात भी गौर करने लायक है कि चुनाव नजदीक आते ही पार्टियां खुद को किसानों को सबसे बड़ा हितैषी बताने के लिए तमाम दावे करने लगती हैं। इस बार भी भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल किसानों को रिझाने में जुटे हुए हैं। लेकिन किसान भी अब सियासी दलों की रणनीति से वाकिफ हैं। वो सबकी सुनेंगे लेकिन उसे ही चुनेंगे जो वाकई उनके हित की सोचता है।