जबलपुर: Hanuman ji, the petitioner of Jabalpur संकट मोचन के नाम से ख्याति प्राप्त रामभक्त हनुमान के देश में लाखों मंदिर है, लेकिन मध्य प्रदेश के जबलपुर मे हनुमान जी का एक ऐसा अनोखा मंदिर है जो अर्जी वाले हनुमान के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर में देश के कोने कोने से हनुमान भक्त आते हैं और अपनी समस्या को हल करने के लिये हनुमान जी को आवेदन देते हैं, जिसकी बकायदा रजिस्टर में एन्ट्री की जाती है और मनोकामना पूरी होने पर भक्त द्वारा रजिस्टर में लिखा जाता है कि उसकी मनोकामना पूरी हो गई है।
Hanuman ji, the petitioner of Jabalpur देश की अदालतों में भले ही लाखों मामले लंबित हो और उनकी सुनवाई में चाहे सालों लग जाये, लेकिन जबलपुर के इस अर्जी वाले हनुमान जी के मंदिर के मंदिर में रखे इन नारियलों को देखकर ही इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है,कि संकट मोचन अपने भक्तों के संकट कितने कम समय में दूर करते हैं,जिसके कारण बजरंगबली के इस मंदिर में अर्जिया लगाने वालों का साल भर ताँता लगा रहता है। मंदिर में अर्जी लगाने के लिए हनुमान जी के भक्तों को सिर्फ एक नारियल की जरुरत होती है,उसके बाद अर्जी को मंदिर के एक रजिस्टर में लिखा जाता है,जिसमे अर्जी लगाने वाले का नाम,पता और मनोकामना लिखी होती है। उसके बाद मंदिर के पुजारी रजिस्टर में लिखी उस अर्जी को राम भक्त हनुमान को पढ़कर सुनते है।
कई भक्त तो ऐसे भी हैं जिनके आँगन में हनुमान जी कि कृपा से लम्बे समय बाद किलकारिय गूंजी है। आज उनके साथ-साथ वह भी अपनी छोटी -छोटी उलझनों को सुलझाने के लिये भी अर्जी वाले हनुमान जी का सहारा लेते हैं। ऐसा नहीं कि ये भक्त सिर्फ़ अपनी ही मनोकामना के लिये ही अर्जी लगाते हैं ये अपने परिवार वालों और दूर बैठे रिस्तेदारों के लिये भी पूरी आस्था और विश्वास से अर्जी लगाते हैं।
अर्जी वाले इन हनुमान जी के नाम से प्रसिद्ध रामलला मंदिर पर लोगों को इतना भरोसा है। जब भी देश पर या उन पर कोई संकट आता है और उन्हें कुछ समझ में नहीं आता, तब वह सीधे राम भक्त हनुमान के पास आते है और उनसे विनती कर संकट हरने को कहते है। अर्जी वाले हनुमान जी की ख्याति सिर्फ़ मध्य प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में है। देश के कोने कोने से आने वाले श्रद्धालु पूरी शिद्दत के साथ संकट मोचन के दरबार में अर्जी लगाते हैं।
Hanuman ji, the petitioner of Jabalpur कोई अपने लिए हनुमान जी से सरकारी नौकरी चाहता है, तो कोई अपने परिवार के लिए सुख शांति तो कोई मनोकामना पूरी होने के बाद बजरंगबली का आभार व्यक्त करने दोबारा आता है जिसके बाद मंदिर के पुजारी उस व्यक्ति कि अर्जी के सामने रजिस्टर में लिखते हैं कि उनकी मनोकामना पूरी हुई। राजनैतिक परेशानी हो चाहे आर्थिक संकट या फ़िर कोई लाइलाज़ बीमारी या और कुछ, सबका हल है हनुमान जी के पास तभी तो अर्जी वाले हनुमान जी के दरबार में अभी तक 6 लाख से ज्यादा अर्जियां लगायी जा चुकी हैं।