महेंद्र सिंह कुशवाहा, ग्वालियर:
Toilet Not Built In The House ग्वालियर में स्वच्छ भारत को सरकारी कर्मचारी ने ही आइना दिखाया है। कर्मचारी ने एक मंजिला घर तो आलीशान बनवाया। लेकिन उसमें शौचालय बनवाना उचित नहीं समझा। नतीजा कर्मचारी के परिवार के बच्चों ने जब मोहल्ले में शौच कर गंदगी फैलाई तो लोगों ने आपत्ति जताई। इससे बौखलाए कर्मचारी का मोहल्ले के लोगों से विवाद हुआ, जिसकी शिकायत लोगों ने तहसील और पुलिस से की। वहीं पुलिस ने कर्मचारी को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
दरअसल यह मामला घाटीगांव थाना क्षेत्र के रैहट गांव का है। इस गांव का रहने वाला लक्ष्मण सिंह सिंचाई विभाग में पदस्थ है और लक्ष्मण ने रेहट गांव में एक घर बनवाया है। लेकिन घर में शौचालय नहीं बनवाया। घर में शौचालय न होने की वजह से उनके बच्चे मोहल्ले में शौच के लिए जाते और मोहल्ले में बनी नाली पर बैठकर शौच करते। जिसे देख स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया तो लक्ष्मण उलटा उन पर अपना रौब दिखाकर झगड़ने लगा।
Toilet Not Built In The House जब वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो लोगों ने इसकी शिकायत तहसील और पुलिस थाने में की। जहां पुलिस ने गांव पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया और उसके खिलाफ धारा 151 की कार्रवाई की गई। जब पुलिस ने तहसील कार्यालय पहुंचकर लक्ष्मण को तहसील के बाबू ने बाउंड ओवर भरने के लिए कहा तो उसके द्वारा बाउंड ओवर न भरने पर उसे जेल भेज दिया गया है।
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