New twist in the case of throwing the girl from the train
ग्वालियर। मुजफ्फरपुर-सूरत एक्सप्रेस में रात को झारखंड की एक महिला यात्री को ग्वालियर रेलवे स्टेशन निकलने के बाद ट्रेन से फेंके जाने व दुष्कर्म के लिए कोशिश करने के मामले में नया मोड़ आया है। बिलौआ थाना ने मामला दर्ज करने के बाद जीआरपी थाना ग्वालियर को डायरी भेज दी थी। इस मामले की जांच थाना प्रभारी बबीता कठेरिया कर रही हैं। उनका कहना है कि पीड़िता ने बयान में कहा है कि 19 जून को ट्रेन के स्लीपर कोच में कुछ युवकों के साथ सीट को लेकर उसका विवाद हुआ था, जिसके बाद उन्होंने कोच बदल दिया था।
झूठा निकला रेप का मामला
ग्वालियर निकलने के बाद वह स्लीपर कोच के गेट पर बैठी थी। बड़ोरी रेलवे लाइन के पास कर्व आया, जहां वह ट्रेन से गिर गई। महिला के साथ रिश्तेदार भतीजा भी चाची को बचाने के लिए ट्रेन से कूद गया। इसके बाद वह पास में गांव में गए और लोगों से मदद मांगी। पहले दिन पीड़िता ने कहा था कि बदमाशों ने उसके साथ छेड़छाड़ की और ट्रेन से फेंक दिया था, जबकि यह मामला झूठा निकला है।
महिला पर उठ रहे कई सवाल
फिलहाल पुलिस ने शिकायतकर्ता महिला और उसके साथी को इलाज के बाद दूसरी ट्रेन में बिठाकर सूरत के लिए रवाना कर कार्रवाई शुरू कर दी है। जीआरपी ने धारा 164 के तहत यह बयान दर्ज कर लिए हैं। ऐसे में सवाल यह खड़े हो रहे हैं कि आखिर पहले क्यों दुष्कर्म के प्रयास और ट्रेन से फेंकने की कहानी बनाई गई। IBC24 से महेंद्र सिंह कुशवाहा की रिपोर्ट