ग्वालियर: Bahan ki Mohabbat me Jija Ko utara Maut ke Ghat बड़ी बहन से कौन छोटी बहन प्यार नहीं करती, मगर जब इस प्यार की परिभाषा कुछ और हो जाए तो? जी हां, ग्वालियर में ऐसा ही गुनाह हुआ। जहां बहन से रिश्ते का समीकरण समलैंगिक वाला हुआ? तो रास्ते से उसने जीजा को ही हटा दिया।
Bahan ki Mohabbat me Jija Ko utara Maut ke Ghat मौका-ए-वारदात की ये तस्वीरें किसी के भी रोंगटे खड़ी कर सकती हैं। खून से नहाया फर्श और लहूलुहान लाश। घटनास्थल को देखकर किसी को भी यकीन नहीं हो रहा है कि इस खूनी वारदात को आधी रात को अकेले ही अंजाम देने वाली महज एक 20 साल की लड़की है। जुर्म की ये कहानी ग्वालियर के पुरानी छावनी इलाके के बरागांव की है। जहां 42 साल के रिटायर्ड फौजी देवेंद्र माहोर की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई।
देवेंद्र माहोर ने जब परिवार के किसी सदस्य का फोन रिसीव नहीं किया, तो उनकी पत्नी ने अपने देवर को उनके घर भेजा। घर का दरवाजा खुला था। भीतर देवेंद्र माहोर की लाश फर्श पर पड़ी थी। सूचना मिलते ही पुलिस फौरन डॉग स्कवॉड से लेकर फोरेंसिक एक्सपर्ट लेकर मौके पर पहुंच गई। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि इस घर में देवेंद्र माहोर अकेले ही रहते थे। लेकिन पिछले दो दिन से उनकी दूर के रिश्ते की साली लाली उर्फ कामना यहां रह रही थी।
पुलिस का पहला शक मृतक की साली 20 साल की लाली उर्फ कामना की ओर ही घूमा। वारदात के बाद से वो घर से फरार भी थी, जिससे पुलिस का शक यकीन में बदलता गया। उसने लाली को ढूंढकर हिरासत में लिया और फिर शुरू हुआ पूछताछ का सिलसिला। लाली उर्फ कामना ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि पहले उसने जीजा देवेंद्र को जमकर शराब पिलाई। फिर जब वे होश खो बैठे, तो उनके गले और कलाई को काटकर मौत दे डाली।
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पुलिस की जांच और पूछताछ में ये सनसनीखेज खुलासा हुआ है कि आरोपी लाली उर्फ कामना अपनी ही बहन से एकतरफा समलैंगिक प्रेम करती थी और उसके साथ ही आगे की जिंदगी बिताना चाहती थी। हालांकि देवेंद्र की पत्नी उसके इस रिश्ते को ठुकरा चुकी थी। लेकिन लाली के मन में ये बात बैठ गई कि अगर जीजा ही न रहे, तो उसकी बहन उसकी हो जाएगी। इसीलिए उसने ये खूनी वारदात कर डाली।
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बहन और जीजा के साथ साली ने अजीब रिश्तों का नया समीकरण साधना चाहा, लेकिन जब मन का नहीं हुआ तो मौत का खेल खेलने में भी देर नहीं की। जिंदगी भर के लिए सलाखों में पहुंच चुकी लाली उर्फ कामना की कामना हमेशा के लिए अधूरी रह गई।