ग्वालियर: Son Do This With Mother अंधेरी रात एक महिला अकेले अपने घर जा रही थी… तभी पीछे से एक गाड़ी आती है और धारदार हथियार के दम पर महिला को अगवा कर लिया जाता है। इस बात की खबर जैसे ही महिला के घरवालों को लगती है और उनके पैरों तले से जमीन खिसक जाती है। वो फौरन इसकी खबर पुलिस को देते हैं। पुलिस मामला दर्ज कर महिला की तलाश शुरू करती है, लेकिन अगले रोज उसे खबर मिलती है कि हाइवे किनारे एक महिला की लाश पड़ी है। मौके पर पहुंचकर जांच की जाती है, महिला की शिनाख्त रानी निढार के तौर पर होती है।
Son Do This With Mother जांच के दौरान पुलिस को जानकारी मिलती है कि रानी की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके पूर्व पति और बेटे ने की है। जो वारदात को अंजाम देने के बाद मोहना इलाके में छिपे हुए हैं और वहां से भागने की फिराक में हैं। सूचना के आधार पर पुलिस ने छापा मारकर आरोपी विजय उसके बेटे विनय और दो अन्य लोगों को धर दबोचा।
पुलिस ने लॉकअप में आरोपियों से पूछताछ शुरू की। इस दौरान पहले तो वो पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करते रहे, लेकिन खाकी ने जैसे ही अपना तरीका बदला वो टूट गए। रानी के पति विजय ने पुलिस को बताया कि रानी और उसका तलाक हो चुका था, जिसके बाद उन दोनों के बीच विवाद चल रहा था। साथ ही वो रानी के चरित्र पर शक करता था। उसे यह भी डर था कि रानी उसकी संपत्ति पर हिस्से का दावा कर सकती है, लिहाजा उसने अपने बेटे छोटू के साथ मिलकर प्लान बनाया और फिर रानी की बेरहमी से हत्या कर दी।
शक इंसान को हैवान बना देता है। इसकी गिरफ्त में आने वाला शख्स अच्छा-बुरा सोचने की क्षमता खो बैठता है और फिर वो कर बैठता है कुछ ऐसा काम जिसके बाद सिवाय पछताने के उसके पास कोई दूसरा जरिया नहीं होता। विजय ने भी अगर रानी से इंतकाम लेने की जगह ठंडे दिमाग के काम लेता तो शायद आज रानी भी जिंदा होती और विजय भी खुली हवा में सांस ले रहा होता।