Reported By: Nasir Gouri
,ग्वालियर: Gwalior Regional Industries Conclave मध्य प्रदेश की ग्वालियर शहर में रीजनल इंडस्ट्रीज कांक्लेव हो रही है। इस कॉन्क्लेव में 28 इकाइयों का शिलान्यास और लोकार्पण मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने किया है। देश के बड़े उद्योगपति भी इस कॉन्क्लेव में हिस्सा लेने के लिए आ रहे हैं। ऐसे में ग्वालियर के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट का कहना है… यह कांक्लेव ऐतिहासिक होगी, ग्वालियर चंबल संभाग में उद्योगों की एक नई नीव इस कांक्लेव के जरिए रखी जाएगी।
ग्वालियर की रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव में संभाग के व्हाइट स्टोन पर भी फोकस रहेगा। यहां का पत्थर विदेश में एक्सपोर्ट होता है, ऐसे में मध्य प्रदेश शासन के एडिशनल सेक्रेटरी अनुराग चौधरी का कहना है… ग्वालियर के सफेद पत्थर को एक्सपोर्ट पर बहुत सी संभावना है और इस इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव में इस पत्थर के निर्यात को लेकर भी फोकस रहेगा।
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रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव में हिस्सा लेने के लिए उद्योगपतियों के साथ-साथ ग्वालियर चंबल संभाग के नेता भी पहुंच रहे हैं। ग्वालियर के सांसद भारत सिंह कुशवाहा भी conclave में पहुंचे हुए हैं। भारत सिंह के मुताबिक यह conclave ग्वालियर संभल संभाग के उद्योगों को एक नई जान मिलेगी। क्योंकि यहां रोड, हवाई कनेक्टिविटी के साथ-साथ व्यापारियों को एक बेहतर माहौल दिया जा रहा है, जो नए उद्योगों को स्थापित करने में मील का पत्थर साबित होगी।
रीजनल कॉन्क्लेव में हिस्सा लेने के लिए चंदेरी के कारीगर भी यहां पर पहुंचे हुए हैं। वह अपनी हैंडलूम की कला का जोहर इस कॉन्क्लेव के परिसर में दिखा रहे हैं। उनके मुताबिक उनकी साड़ियां देश और विदेश में अपना एक अलग मकाम रखती है। यही वजह है कि अब साड़ी के साथ-साथ कई और वर्क भी चंदेरी में किए जाते हैं। सबसे खास बात यह है कि रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव में वह अपनी कारीगरी लाइव प्रदर्शन कर रहे हैं। चंदेरी की हैंडलूम साड़ियां बनाने वाले कारीगर अमीनुद्दीन अंसारी का कहना है…उनकी तीन पीढ़ियां चंदेरी में हैंडलूम, बनाने का काम कर रही है। खास बात यह है कि यह उनका हैंडलूम का वर्क देश और दुनिया में अपनी एक अलग पहचान रखता है।
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मध्य प्रदेश के ग्वालियर की गौशाला, आदर्श गौशालाओं में शुमार है। इसकी देखरेख साधु संत करते हैं और अब साधु संत ऑर्गेनिक प्रोडक्ट बनाने का काम कर रहे हैं। साधु संतों ने ग्वालियर की रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव में गौधन से बने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई हुई है। जिसमें गौ मूत्र, गोबर से कई चीजे उत्पादन की गई है, इसके निर्यात के लिए उन्हें डिस्प्ले में रखा गया है।
ग्वालियर चंबल संभाग का स्टोन देश और विदेश में एक्सपोर्ट होता है। इसलिए ग्वालियर के स्टोन पार्क की ओर से भी स्टोन से बने उत्पादों को डिस्प्ले में रखा गया है। खासकर मूर्तियों का डिस्प्ले यहां पर किया गया है। जिसमें ग्वालियर के सफेद स्टोन से निर्मित मूर्तियों की खासियत बताई गई है। साथ ही कुछ ऐतिहासिक मूर्तियां को भी डिस्प्ले में रखा गया है, स्टोन पार्क के लोगों का कहना है… रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव में ग्वालियर का पत्थर निर्यात के लिए रखा गया है। जिसमें निवेशक अपनी रुचि दिखा रहे हैं।
किसी भी शहर में उद्योग स्थापित करने में सबसे अहम भूमिका उस शहर की होती है। ग्वालियर की स्मार्ट सिटी ने अपनी एक प्रदर्शनी रीजनल इंडस्ट्रीज conclave में लगाई है। उनका कहना है…ग्वालियर ऐतिहासिक, संस्कृति और टूरिज्म की संभावना से भरपूर है। इसलिए इस प्रदर्शनी में ग्वालियर शहर की टूरिज्म को लेकर और इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर प्रदर्शनी लगाई गई है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ग्वालियर चंबल के उद्योगपतियों के साथ-साथ देश और प्रदेश के उद्योगपतियों से 121 बातचीत कर रहे हैं। इस बीच आईबीसी 24 ने भी सीआईआई के प्रदेश अध्यक्ष आशीष वैश्य और बड़े इन्वेस्टर से उसी टेबल पर बैठक बात की है… उनका कहना है मध्य प्रदेश की मोहन सरकार ने उनके अंदर विश्वास पैदा किया है, नए रोजगार के सर्जन पैदा हो रहा है… साथ ही बड़े निवेश भी हम लेकर आ रहे हैं।