गुना: Road Accident in Guna मध्यप्रदेश के गुना में एक दर्दनाक हादसा हो गया। यहां एक डंपर और सवारियों से भरी बस के बीच टक्कर के बाद बस में भीषण आग लग गई। देखते ही देखते आग विकराल रूप लेने लगी और इसकी चपेट में आने से 13 लोगों की मौत हो गई। घटना के बाद अफरातफरी का माहौल हो गया। दूसरी तरफ अपनों को जिन्दा जलते देख असहाय वो लोग जो अपनों को बचाने के लिए कोई मदद तक ना कर सके।
Road Accident in Guna प्रत्यक्षदर्शीयों के अनुसार गुना से शाम 7:30 बजे सिकरवार ट्रेवल्स की बस आरोन की तरफ निकली। जिसमें करीब 35 से 40 लोग सवार थे। गुना से करीब 10 किलोमीटर दूर बजरंगगढ़ से आगे दोहाई मंदिर के पास घाटी चढ़ते समय सामने से आ रहे डंपर ने यात्री बस में सामने से टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही बस पलट गई। अंदर बैठे यात्री बस के अंदर ही दबे गए। टक्कर के बाद डंपर के सामने का हिस्सा पूरी तरह डैमेज हुआ। थोड़ी दूरी पर डंफर रुक गया। इधर बस में दबे यात्रियों ने चीख पुकार लगानाशुरू कर दिया।
प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार इमरजेंसी गेट न मिलने के कारण यात्री अंदर ही फंसे रह गए। यात्रियों की चीख पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे लोगों ने बामुश्किल कुछ लोगों को निकालने का प्रयास किया। सड़क से गुजरने वाले लोगों ने तत्काल जिला प्रशासन पुलिस आमले और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। चंद मिनटों बाद ही अचानक बस में आग लग गई। सड़क पर लंबा जाम लग गया। मौके पर पहुंची पुलिस और स्थानीय लोग मदद के लिए आगे आए। जितना संभव हुआ उतने लोगों को बाहर निकाला गया।
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वहीं कुछ लोग जो बस के अंदर दबे रह गए। वे नहीं निकाल पाए। उन्हें निकालने का बहुत प्रयास किया लेकिन तब तक आग की लपटों ने पूरी बस को अपनी जद में ले लिया। लोग फायर ब्रिगेड आने का इंतजार कर रहे थे। लेकिन गुना से इस स्पोट तक की दूरी को कवर करने में फायर ब्रिगेड को जितना समय लगा इतनी देरी में काफी देर हो चुकी थी। बस में दबे 7 लोगों आग की लपटों में स्वाहा हो गए। गुना कलेक्टर तरूण राठी और गुना एसपी विजय कुमार खत्री ने मौके पर पहुंच कर मोर्चा संभाला। 6 एंबुलेंस की मदद से एक-एक करके घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया जाने लगा। इधर डॉक्टर घायलों का इलाज कर रहे थे।
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उनके पीछे एक के बाद एक स्ट्रेचर पर घायलों की लाइन लग गई। बस में सवार कुछ यात्रियों व परिजनों ने इसे सोची समझी साजिश भी बताया है। इधर प्रत्यक्षदर्शी मौत के आंकड़ों की संख्या लगभग में गिना रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस और प्रशासन के आल्हा अधिकारी मृतकों की संख्या फिलहाल 7 ही बता रहे हैं। फिलहाल जो भी हो जांच के बाद पता चलेगा कि आखिर लापरवाही किसकी थी कहां चूक हुई जिसके कारण इतना बड़ा हादसा घटित हो गया।
बड़ा सवाल यह भी है कि गुना में यातायात व्यवस्था चौपट हो गई है। अनफिट वाहन सड़कों पर दौड़ रहे हैं। यातायात नियमों की अनदेखी इसकी एक बजह मानी जा सकती है। वहीं सड़कों पर दौड़ रहे अनफिट वाहन और धुंआ छोड़ते वाहनों पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। क्योंकि यहां हुए दो बड़े सड़क हादसों ने कई लोगों की आंखें नम कर दी हैं। उनका क्या जो इन हादसों में रुखसत हो गए हैं। दो दिन पहले भी गुना के यू पी ढाबा के पास नेशनल हाईवे पर कार के ऊपर अनियंत्रित ट्रक पलट गया था। 4 लोगों की दर्दनाक मौत हुई थी।
दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। अब इसके बाद फिर ये दूसरा बड़ा हादसा हुआ है। बस और डंपर की आमने-सामने टक्कर में 25 से अधिक यात्री घायल बताए जा रहे हैं। वहीं 7 अन्य इस हादसे में मौत को गले लगा चुके हैं। घायलों की स्थिति नाजुक बताई जा रही है। गुना जिला अस्पताल में जिनका इलाज जारी है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ मध्य प्रदेश के सीएम डॉ मोहन यादव ने व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस दर्दनाक घटना को लेकर शोक व्यक्त किया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि ध्यान दिया जाए इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति आगे ना हो। साथी दुर्घटना में मृतकों के परिवारों को चार-चार लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रूपये की आर्थिक सहायता देने के निर्देश भी दिए गए हैं। घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था करने के लिए भी जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं।