भोपाल : MP Politics : एमपी की विजयपुर विधानसभा में इस वक्त उपचुनाव हो रहा है और इसी दौरान यहां फायरिंग की घटना हो गई। कांग्रेस ने सीधे तौर पर इसके लिए बीजेपी को दोषी ठहरा दिया। जबकि बीजेपी इसे कांग्रेस की साजिश बता रही है। सच क्या है अभी नहीं पता, लेकिन गोलियां चली हैं ये सच है। चुनावी दौर में चली हैं..ये भी सच है। गोलियां वोटर्स पर चली हैं..ये भी सच है और गोली चलाने वालों का सरनेम रावत है ये भी सच है। अब इस सच के कैनवास में जो आरोप उकेरे जा रहे हैं। उसकी हकीकत क्या है..ये सबसे अहम हो गया है पर इस वक्त इसे डिकोड करने का जोखिम शायद ही कोई उठा ।
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MP Politics : श्योपुर की विजयपुर विधानसभा सीट पर वोटिंग से 2 दिन पहले 4 गांव में हिंसा के मामले सामने आए। 9 बदमाशों ने आदिवासी लोगों को धमकाया फायरिंग भी की। जिसमें 2 लोग घायल हो गए। गांव वालों ने एक आरोपी को बंदूक के साथ पकड़ लिया। उसे पीटा और पुलिस के हवाले कर दिया। वहीं, दंगपुरा, पातालगढ़ और झरेर गांवों में भी फायरिंग और मारपीट की गई। सभी वारदातें सोमवार रात करीब 10 और 11 बजे के बीच की हैं। इनमें कुल 11 लोग घायल हैं। पुलिस ने पीड़ितों से शिकायत का आवेदन लेकर जांच शुरू कर दी है।
इन घटनाओं के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और जीतू पटवारी ने बीजेपी ओर रामनिवास रावत पर सवाल उठाया है। जीतू पटवारी कह रहे हैं कि रामनिवास रावत और बीजेपी चुनाव जीतने के लिए डकैतों का इस्तेमाल कर रहे हैं और इसमें कलेक्टर और SP उनका साथ दे रहे हैं और अपराधित तत्वों को सरकार संरक्षण दे रही है। आरोप ये भी है कि राजस्थान के बदमाशों को बुला कर आदिवासियों को वोट देने से रोका जा रहा है।
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MP Politics : इधर बीजेपी का कहना है कि विजयपुर विधानसभा के पीछे का कांग्रेस की प्लानिंग है। कांग्रेस के आरोप गंभीर हैं और ये जांच का विषय है? लेकिन फायरिंग की घटना ने प्रशासन की लचर स्थिति की पोल खोल दी है। सवाल ये भी है कि ठीक चुनाव से पहले अगर फायरिंग जैसी नौबत बनेगी तो मतदाता निर्भीक होकर कैसे वोटिंग कर सकेंगे?