भोपालः Former minister Usha Thakur पितृपक्ष की समाप्ति के साथ ही देशभर में शक्ति आराधना का पर्व नवरात्र शुरू हो जाएगा। गरबा सहित कई सांस्कृतिक कार्यक्रम इस दौरान आयोजित किए जाते हैं। नवरात्रि में गरबे को लेकर मध्यप्रदेश की पूर्व मंत्री उषा ठाकुर का बड़ा बयान सामने आय़ा है। उन्होंने कहा कि नवरात्रि का पर्व शक्ति और साधना का पर्व है। आईडी कार्ड तो हर क्षेत्र में अनिवार्य है। गरबे में भी आईडी कार्ड अनिवार्य होना चाहिए। पहचान के साथ ही गरबा स्थल में एंट्री देना चाहिए। घर, परिवार, पत्नी, बेटी के साथ गरबे में शामिल होना चाहिए। पहचान छुपा कर लव जिहाद को बढ़ावा नहीं दे सकते। 20 सालों से मैं इस अभियान को आगे बढ़ा रही हूं। गरबा पांडाल आयोजक भी जागरुक हो गए है। सीएम ने खुद कहा है कि बहुत सख़्ती से पंडालों में आदेश का पालन कराएंगे।
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Former minister Usha Thakur छोटी बच्चों के साथ दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं को लेकर उन्होंने कहा कि दुष्कर्मियों को सार्वजनिक चौराहे पर फांसी के फंदे पर लटकाया जाना चाहिए। अपराधियों का अंतिम संस्कार भी न हो। पूर्व मंत्री ठाकुर ने कहा कि समाज का नैतिक उत्थान ही इन घटनाओं को रोक सकता है। कानून का ख़ौफ़ ही इन दुष्कर्मियों को ठीक कर सकता है। दंडात्मक प्रक्रिया में भी कुछ सुधार की आवश्यकता है। दुष्कर्मियों के लिए मेरी मांग है कि उन्हें सार्वजनिक चौराहा पर फांसी पर लटकाया जाना चाहिए। इनका अंतिम संस्कार भी नहीं किया जाना चाहिए, जिससे दुष्कर्मियों के शव को चील कौवे नोंच नोंच कर खाएं। तभी दूसरे लोगों के सामने इस तरह की सजा से मन में डर पैदा होगा और छोटी बच्चियों के साथ घटनाओं पर लगाम लगेगी। उन्होंने कहा कि हाथ पांव काटकर फेंकोगे तो ऐसे नरपिशाचों को कौन खाना खिलाएगा। तड़प-तड़प कर मरेंगे तभी उनको अपनी गलती का प्रायश्चित होगा।