इंदौर, 12 अक्टूबर (भाषा) मध्यप्रदेश के गुना जिले में अपने भतीजे के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज होने के बारे में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने शनिवार को विस्तृत टिप्पणी से परहेज करते हुये कहा कि यह मामला ‘‘बहुत छोटी-सी घटना’’ को लेकर पंजीबद्ध किया गया।
पुलिस ने बताया कि गुना जिले के राघौगढ़ में सिंह के भतीजे आदित्य सिंह और उनकी गाड़ी के चालक पर सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में शुक्रवार को मामला दर्ज किया गया। राघौगढ़, दिग्विजय सिंह का गृहनगर है।
सोशल मीडिया पर राघौगढ़ की घटना का कथित वीडियो प्रसारित हुआ जिसमें देखा जा सकता है कि आदित्य सिंह एक महिला पुलिस अफसर और अन्य सरकारी कर्मचारियों से बहस कर रहे हैं। इस दौरान दिग्विजय सिंह के भतीजे सिगरेट पीते भी नजर आ रहे हैं।
अपने भतीजे के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को लेकर दिग्विजय सिंह ने इंदौर में संवाददाताओं से कहा,‘‘मैंने इस मामले के बारे में पता लगाया है। यह एक बहुत छोटी-सी घटना रही है। वह (सिंह का भतीजा) कहीं जा रहा था। प्रशासन ने सड़क पर एक नुक्कड़ नाटक आयोजित किया था जिसकी जानकारी उसे नहीं थी। वहां पुलिस कर्मियों से उसका थोड़ा-सा विवाद हुआ।’’
राज्यसभा सदस्य ने कहा,‘‘पुलिस अपना काम करेगी। इस बारे में हमें कुछ नहीं कहना है। बाकी जो कुछ होगा, वह हम देखेंगे।’’
सिंह ने भोपाल के एक कारखाने से हाल ही में 1,814 करोड़ रुपये के अनुमानित मूल्य का 907.09 किलोग्राम मेफेड्रोन जब्त होने पर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के काम-काज को लेकर सवाल उठाए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राजधानी भोपाल में प्रदेश सरकार की नाक के नीचे यह कारखाना पकड़ा जाना ‘बहुत बड़ा कलंक’ है।
सिंह ने हाल के कुछ घटनाक्रमों के हवाले से दावा किया कि सूबे में सत्तारूढ़ भाजपा के विधायक इस पार्टी की ‘‘अंदरूनी लड़ाई’’ के चलते अब खुलकर नाराजगी जता रहे हैं। उन्होंने कहा,‘‘जिन भाजपा विधायकों को राज्य सरकार में मंत्री पद नहीं मिला, वे नाराज हैं।’’
सिंह ने एक सवाल पर कहा,‘‘क्षत्रिय परिवारों में शस्त्र पूजन की परंपरा चली आ रही है। लेकिन अब मैं हमेशा क्षत्रियों से कहता हूं कि आज का सबसे बड़ा शस्त्र तलवार नहीं, बल्कि कलम है, इसलिए कलम की पूजा करो।’’
भाषा हर्ष रंजन
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