उज्जैन: बाबा महाकाल मंदिर में नई दर्शन व्यवस्था के विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी में धरना प्रदर्शन किया। धरने में शामिल कांग्रेसियों ने जिला प्रशासन के साथ-साथ राज्य सरकार को जमकर कोसा। आंदोलन में शामिल पूर्व मंत्री प्रियवत सिंह खींची ने महाकाल मंदिर सशुल्क दर्शन व्यवस्था की तुलना रामायण काल से कर डाली।
पूर्व मंत्री खींची ने कहा कि दर्शन को सशुल्क करना ठीक उसी तरह की व्यवस्था है, जिस तरह रावण अपनी लंका में टैक्स लिया करता था। महाकालेश्वर मंदिर में नई दर्शन व्यवस्था में प्रोटोकॉल के तहत दर्शन करने वाले श्रद्धालुओ को 100 रुपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से रसीद कटवानी होगी। भस्मारती में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं को भी 200 रुपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से जमा करना होंगे।