भोपाल : Eye on ’30’..Target on ’23’ : मध्यप्रदेश में आदिवासी वर्ग को साधने के लिए बीजेपी ने अब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का सहारा लिया है। उन्होंने विंध्य क्षेत्र में कोल जनजाति के सम्मेलन में हिस्सा लिया और बीजेपी सरकार को आदिवासी हितैषी बताया। विंध्य क्षेत्र में शाह का दौरा इस लिहाज से भी खास है क्योंकि अनदेखी की वजह से बीजेपी के इस गढ़ में इस बार उन्हें वोटर्स की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है। वहीं कांग्रेस का कहना है कि आदिवासी वोटर्स पूरी तरह कांग्रेस के साथ है।
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Eye on ’30’..Target on ’23’ : मध्यप्रदेश में पहली बार कोल समुदाय का सम्मेलन आयोजित किया गया। मध्य प्रदेश में बीजेपी सरकार को विंध्य क्षेत्र की अनदेखी का डर सता रहा है लिहाजा राजनीतिक समीकरण को साधने के लिए बीजेपी ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का सहारा लिया। सबरी जयंती पर सतना पहुंचे अमित शाह ने एक ओर सौगात दी और दूसरी ओर वोट की अपील भी कर दी।
आदिवासियों को रिझाने की इस कवायद पर कांग्रेस ने कहा कि BJP का जनाधार खिसक रहा है। BJP ने आदिवासियों के लिए कुछ नहीं किया इसलिए आदिवासी क्षेत्रों में धर्मांतरण बढ़ा है।
Eye on ’30’..Target on ’23’ : सियासी नजरिए से देखें तो विंध्य क्षेत्र में 31 विधानसभा सीटें और 4 लोकसभा सीटें हैं। बीजेपी और कांग्रेस के अलावा इस क्षेत्र में बसपा, सपा और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का भी दबदबा रहा है। महाकौशल और विंध्य क्षेत्र को बीजेपी अपना गढ़ मानती आई है लेकिन बीते दिनों नगरीय निकाय चुनाव में बीजेपी को नुकसान का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही पहली बार विंध्य क्षेत्र को मध्यप्रदेश के मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिला है, जिससे जनता में नाराजगी है और बीजेपी को इसकी चिंता सताने लगी है।