भोपाल : MP EVM Politics : MP के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने EVM, वीवीपैट और चुनाव आयोग के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। दिग्विजय ने भोपाल में बकायदा प्रेस कॉन्फ्रैंस के जरिए EVM मशीन में गड़बड़ी का एक डेमों भी दिया। वहीं दिग्विजय के इस मुद्दे पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी उनका समर्थन किया। ऐसे में ये मुद्दा फिर गर्माता नजर आ रहा है। वहीं बीजेपी ने मामले में कांग्रेस पर पलटवार करते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। अब सवाल ये है कि आखिर EVM को कब तक कटघरे में खड़ा करेगा विपक्ष ? और क्या दिग्विजय सिंह की सियासत EVM के इर्द गिर्द ही बची है?
MP EVM Politics : फिर एक बार ईवीएम निशाने पर है..फिर एक बार उसकी विश्वसनीयता को कठघरे में खड़ा किया गया। हर चुनाव से पहले..और हर परिणाम के बाद ईवीएम पर उंगलियां उठाना अब सियासी दस्तुर बन गया है। कांग्रेस के दिग्गी राजा विवादों की अटारी पर खड़े हैं। उनके विरोधी जो पार्टी के अंदर भी हैं और बाहर भी हैं..खुलेआम ये कहते हैं कि विवाद उठाना उनका शगल है। इस मामले में भी यही दिख रहा है..न कोई तात्कालिक वजह है और कोई मुद्दा अचानक दिग्गविजय सिंह ईवीएम लेकर प्रकट हो गए। हद ये है कि वो खुद कहते हैं कि उन पर भरोसा करने वाले कम हैं और फिर भी ईवीएम को संदिग्ध बताने की कोशिश करते नजर आए।
बीजेपी के नेता ये सवाल उठा रहे हैं कि अगर ईवीएम में गड़बड़ी संभव है तो कांग्रेस के नेता कैसे जीत पाए?
MP EVM Politics : ईवीएम को भारत में लाने वाली कांग्रेस ही है, लेकिन कांग्रेस को कभी ये उम्मीद नहीं थी कि यही ईवीएम उसके लिए इतना बड़ा सिरदर्द बन जाएगी। कांग्रेस अब 24 विपक्षी दलों को एक साथ लाकर चुनाव आयोग को मजबूर करने की कोशिश कर रही है। उधर चुनाव आयोग ईवीएम की निष्पक्ष्ता को लेकर मुहिम चलाने जा रहा है। चुनाव आयोग का रूख देखकर ये तो तय है कि 2024 के चुनाव ईवीएम से ही होंगे और अगर ईवीएम से ही चुनाव हुए तो कांग्रेस की क्या रणनीति होगी, ये पिक्चर क्लियर होना बाकी है? और सवाल ये भी है कि, क्या दिग्विजय सिंह की सियासत EVM के इर्द गिर्द ही बची है?